लौंगोवाल स्पष्ट करें कि वह डेरा समर्थक हैं या सिख: मांझी

punjabkesari.in Thursday, Mar 14, 2019 - 11:29 AM (IST)

जालंधर(चावला): अलायंस ऑफ सिख ऑर्गेनाइजेशन और दरबार-ए-खालसा के नेताओं ने कहा कि पिछले 10 वर्षों से शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्षों ने कभी भी सिखों की समस्या का समाधान नहीं किया और उलटा अकाली सरकार के कार्यकाल दौरान सिख नौजवानों पर झूठे मुकद्दमे दर्ज कर उन्हें प्रताडि़त किया गया।

एक प्रैस कॉन्फ्रैंस के दौरान भाई हरजिन्द्र सिंह मांझी और सुखदेव सिंह ने कहा कि शिरोमणि कमेटी के अध्यक्ष गोबिंद सिंह लौंगोवाल स्पष्ट करें कि वह डेरा सिरसा के समर्थक हैं या सिख?उन्होंने एक खबर का हवाला देते हुए कहा कि 21 सितम्बर, 2005 को संगरूर के डी.सी. कार्यालय में डेरा सिरसा के एक नेता राम सिंह की अगुवाई में राम रहीम के खिलाफ मामलों की जांच सी.बी.आई. को सौंपने के विरोध में डेरा प्रेमियों द्वारा सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया गया था जिसमें मौजूदा शिरोमणि कमेटी प्रधान गोबिंद सिंह लौंगोवाल भी शामिल हुए थे। 

उन्होंने कहा कि शिरोमणि कमेटी के अध्यक्ष श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाशोत्सव को समर्पित शताब्दी समागम पर शिरोमणि कमेटी की अध्यक्षता करेंगे और दुनिया भर में गुरु नानक देव के संदेश को पहुंचाने की बात रखेंगे पर जो खुद डेरा समर्थक है वह सिखों को शबद गुरु के साथ कैसे जोड़ेगा। उन्होंने शिरोमणि कमेटी प्रधान लौंगोवाल से इस्तीफे की मांग करते हुए श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह से अपील की कि वह इस मामले में अपनी स्थिति स्पष्ट करें और लौंगोवाल को तलब कर घटना संबंधी स्पष्टीकरण लें।

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