दहशत के माहौल के बीच 2 दिनों के बाद श्री हरिमंदिर साहिब में संगत की आमद में वृद्धि

punjabkesari.in Tuesday, Jul 07, 2020 - 01:31 PM (IST)

अमृतसर(अनजान): दो दिनों के दहशत के महौल के बाद आज श्री हरिमंदिर साहिब में संगत की आमद बढऩी शुरू हो गई है। अमृत समय पर किवाड़ खुलते ही संगत ने विनती रूपी शब्द पढ़ते श्री हरिमंदिर साहिब दर्शन किए। इससे पहले दर्शनी डियोडी के बाहर मुख्य द्वार पर संगत ने श्री सुखमणि साहिब, श्री जपजि साहिब, श्री चौपई साहिब और श्री अनंद साहिब जी के पाठ किए

श्री आसा जी दी वार और कीर्तन की आरंभता के साथ श्री अकाल तख्त साहिब जी से फूलों के साथ सजी सुनहरी पालकी में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का पवित्र स्वरूप सुशोभित करके श्री हरिमंदिर साहिब जी अंदर प्रकाशमान किया गया। श्री हरिमंदिर साहिब की मर्यादा संगत और ड्यूटी सेवकों ने संभाली। श्री हरिमंदिर साहिब अंदर सेवा के अलावा संगत की तरफ से परिक्रमा के स्नान की सेवा, जोड़े घर, छबील और लंगर हाल में सेवा की गई और लंगर छकने के साथ-साथ ठंडे-मीठे जल भी छके।कोरोना महामारी पर फतह पाने के लिए गुरुद्वारा श्री गुरु तेग बहादुर साहिब (भोरा साहब) में संगत द्वारा इलाही बाणी के कीर्तन की छहबरें लगाकर विनती रूपी गुरबानी के शब्दों का उ‘चारण किया गया। ग्रंथी सिंह द्वारा पूरे विश्व के भले की अरदास उपरंत कड़ाह प्रशादि की देग बरताई गई। संगत के साथ गुरमति विचारों की सांझ पाते ग्रंथी सिंह ने कहा कि जब-जब भी संसार में कोई विपदा आती है तो अकाल पुरुख वाहेगुरुआगे अरदास विनती की ही काम आती है। वाहेगुरुकृपा करें कि कोरोना की बीमारी से समूह संसार का छुटकारा हो।

ढाडी सिंहों ने छूआ गुर इतिहास
श्री अकाल तख्त साहिब की फसील तले अलग-अलग ढाडी जत्थों द्वारा श्री गुरु अर्जुन देव जी की शाहदत के बाद का इतिहास छूते श्री गुरु हरगोबिंद साहिब जी के जीवन पर प्रकाश डाला गया। ढाडी सिंहों द्वारा श्री गुरु हरगोङ्क्षबद साहिब द्वारा श्री अकाल तख्त साहिब की स्थापना करना और मीरी-पीरी की तलवारें डालने से बाद जबर और जुल्म विरुद्ध जंगलडऩे बारे इतिहास को छूआ गया।

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