5 घंटे के ऑपरेशन के बाद डॉक्टरों ने बचाई बच्ची की जान, जैनरेटर में फंस गया था सिर

punjabkesari.in Friday, Jul 10, 2020 - 12:48 PM (IST)

चंडीगढ़/संगरूर: ज़िले के गांव लहरागागा में मंगलवार को जैनरेटर की चपेट में आकर दिल कंपा देने वाले हादसे का शिकार हुई 10 वर्षीय बच्ची लवप्रीत कौर अब खतरे से बाहर है। बुधवार सुबह पी.जी.आई. चंडीगढ़ के डाक्टरों की टीम ने करीब 5 घंटे ऑपरेशन करके उसकी जान बचार्इ।
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लवप्रीत के सिर का आपरेशन किया गया। बालों सहित सिर और कान की सारी चमड़ी पूरी तरह उतर जाने के कारण डाक्टरों को ऑपरेशन करने में बेहद जोखिम उठाना पड़ा लेकिन अच्छी बात यह है कि लवप्रीत अब खतरे से बाहर है। परिजनों के मुताबिक 2 दिन बाद उसके सिर की पट्टियां खोलीं जाएंगी। अगर ज़ख़्म भरा होगा तो सिर से मुंह के कुछ हिस्से तक प्लास्टिक सर्ज़री की जाएगी। लवप्रीत के पिता सुखविन्दर सिंह ने बताया कि अब उनकी बच्ची खतरे से बाहर है। डाक्टरों का कहना है कि हादसे में सिर की चमड़ी पूरी तरह उतर जाने के कारण ज़ख्म भरने में समय लग सकता है।

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बच्ची के पिता बोले ईश्वर ने बचाई बेटी की जान
पिता सुखविन्दर सिंह ने बताया कि उसकी 2 बेटियां हैं। लवप्रीत कौर उनकी बड़ी बेटी है। वह सरकारी स्कूल में पढ़ती थी, जिसको कुछ समय पहले ही निजी स्कूल में दाख़िल करवाया गया था। पिता ने कहा कि जिस तरह का हादसा उनकी बेटी के साथ हुआ है, इसमें ईश्वर ने उनकी बेटी की जान बचाई है। 

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इस तरह हुआ था हादसा
मंगलवार शाम घर के बाहर खेल रही लवप्रीत कौर का दुपट्टा पीटर रेहड़े पर बनाए जैनरेटर की बैल्ट में फंस गई। दुपट्टा निकालने के लिए वह झुकी तो लम्बे बाल जनरेटर की बैल्ट के साथ इंजन में फंस गए और बच्ची घूम गई। कुछ सैकेंड में उसके सिर से बालों सहित चमड़ी कानों तक उखड गई और सिर से अलग हो गई। खेतों में से समान उठाने के लिए बनाया गया जुगाड़ू रेहड़ा पड़ोसियों ने प्लाट में खड़ा किया था। जिसे जैनरेटर के तौर पर बिजली स्पलाई के लिए भी इस्तेमाल किया जाता था। 


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