पंजाबवासियों के लिए अच्छी खबर, राज्य में एशिया का सबसे बड़ा CBG प्लांट कार्यशील

punjabkesari.in Saturday, Aug 13, 2022 - 08:54 AM (IST)

चंडीगढ़(रमनजीत सिंह): साफ-सुथरी ऊर्जा की दिशा में ठोस कदम उठाते हुए पंजाब के जिला संगरूर में एशिया का सबसे बड़ा कम्प्रैस्ड बायो-गैस (सी.बी.जी.) प्लांट कार्यशील कर दिया गया है। पंजाब के नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत मंत्री अमन अरोड़ा ने बताया कि प्रतिदिन कुल 33.23 टन सी.बी.जी. की क्षमता वाला यह प्लांट गांव भुटाल कलां (संगरूर) में अप्रैल 2022 में चालू हो गया है।

इस प्लांट से सी.बी.जी. का व्यापारिक उत्पादन शुरू हो गया है, जिसकी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आई.ओ.सी.एल.) के आऊटलैट को आपूर्ति की जा रही है।इसके अलावा पेडा द्वारा पराली के स्थायी और टिकाऊ हल के लिए धान की पराली और अन्य कृषि  अवशेष पर आधारित कुल 492.58 टन प्रतिदिन क्षमता के 42 और सी.बी.जी. प्रोजैक्ट भी अलॉट किए गए हैं, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा। 1200 करोड़ का प्राइवेट निवेश होने की उम्मीद : कैबिनेट मंत्री ने बताया कि इन प्रोजैक्टों से तकरीबन 1,200 करोड़ रुपए का प्राइवेट निवेश होने की उम्मीद है। इसके अलावा 8,000 कौशल प्राप्त/ गैर-कौशल प्राप्त व्यक्तियों के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे।

इन प्रोजैक्टों से ग्रीन हाऊस गैसों का उत्सर्जन भी घटेगा और कृषि अवशेष से किसानों की आमदन बढऩे के साथ-साथ ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा। पेडा के चीफ एग्जिक्युटिव सुमित जारंगल ने बताया कि कुल 14.25 टन सी.बी.जी. प्रतिदिन की क्षमता वाले 2 और प्लांट 2022-23 में मुकम्मल होने की संभावना है और बाकी प्रोजैक्टों के अगले 3 सालों में चालू होने की उम्मीद है।  उन्होंने कहा कि यह सभी प्रोजैक्ट चालू होने पर प्रतिदिन 492.58 टन सी.बी.जी. पैदा करेंगे और इनमें सालाना लगभग 16.5 लाख टन धान की पराली की खपत होगी।  इसके अलावा इन सी.बी.जी. प्लांटों में तैयार हुई जैविक खाद को जैविक कृषि के लिए इस्तेमाल किया जाएगा, जिससे स्थानीय सहायक उद्योगों को बढऩे-फूलने में मदद मिलेगी।

Content Writer

Vatika