मिड-डे-मील मुलाजिमों व वर्करों के साथ सौतेली मां वाला सलूक कर रही सरकार

punjabkesari.in Saturday, Jul 14, 2018 - 08:34 PM (IST)

गुरदासपुर(हरमनप्रीत): मिड-डे-मील कार्यालय मुलाजिमों व कुक वर्कर यूनियन के नेताओं की बैठक अध्यक्ष प्रवीन शर्मा तथा लखविंदर कौर की अध्यक्षता में हुई। बैठक के दौरान वक्ताओं ने कहा कि यहां सरकार नया रोजगार पैदा करने में पूरी तरह से विफल रही है, वहीं सरकार लोगों से रोजगार छीछने में मुहारत हासिल कर चुकी है। 

पहले शिक्षा मंत्री तथा फिर मुख्यमंत्री पंजाब समय देने के बाद भी बातचीत करने से भाग चुकी है। डी.एम.एफ. नेता जर्मनजीत सिंह तथा दविंदर सिंह पुनिया ने कहा कि सरकार मिड-डे-मील को लेकर कभी भी गंभीर नहीं रही तथा वर्ष 2009 से मिड-डे-मील के तहत ब्लाक स्तर पर सेवा नियमों अनुसार भर्ती किए कार्यालय मुलाजिमों को रैगूलर नहीं कर रही। उन्होंने कहा कि मिड डे मील वर्करों को वर्ष की बजाए 10 महीनों का वेतन दिया जा रहा है तथा मिड डे मील के अलावा भी अन्य काम इन वर्करों से लिए जाते हैं, अगर कोई कुक वर्कर अपने खिलाफ हो रहे शोषण के विरुद्ध आवाज उठाती है तो उसे कभी बच्चे कम होने या फिर कोई और बहाना लगाकर निकाल दिया जाता है। 

उन्होंने कहा कि पंजाब में कुक को सबसे कम वेतन 1700 रुपए दिए जा रहे हैं, जबकि तामिलनाडू 9500, केरला 6500 और पड़ोसी राज्य हरियाणा 3500 रुपए दिया जा रहा है। नेताओं ने कहा कि बार-बार यह मामला विभाग के अधिकारियों तथा सरकार के ध्यान में लाने के बावजूद मिड डे मील मुलाजिमों तथा वर्करों के साथ सौतेली मां वाला व्यवहार किया जा रहा है, जिसको संगठन कभी बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि सरकार खिलाफ जोरदार संघर्ष किया जाएगा। 
 

Des raj