बेरोजगारी, किसानी और नशे के मुद्दे पर सरकार फेल : तीक्षण सूद

punjabkesari.in Thursday, Aug 02, 2018 - 10:51 AM (IST)

जालंधर(नरेश): पंजाब के पूर्व कैबिनेट मंत्री तीक्षण सूद ने पंजाब सरकार की कार्यप्रणाली को पूरी तरह से विफल बताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने चुनाव से पूर्व घर-घर नौकरी देने, किसानों का कर्ज माफ करने और नशे को जड़ से खत्म करने को लेकर बड़े-बड़े वायदे किए थे। पर सरकार बनने के 16 माह बीत जाने के बाद भी कांग्रेस इन मुद्दों पर पूरी तरह से फेल साबित हुई है। ‘पंजाब केसरी’ के साथ विशेष बातचीत दौरान तीक्षण सूद ने कहा कि कांग्रेस ने चुनाव से पूर्व रैलियों दौरान राज्य के किसानों के साथ हर तरह का कर्ज माफ करने का वायदा किया था लेकिन सरकार बनते ही यह वायदा को-ऑप्रेटिव बैंकों के कर्ज तक सीमित हो गया। वह कर्ज भी पूरी तरह माफ नहीं किया जा रहा।

जिन किसानों के साथ सरकार ने वायदा किया था उन्होंने सरकार से बड़ी उम्मीदें पाल ली थीं। लिहाजा उम्मीदें पूरी न होने के कारण आज किसान आत्महत्या करने पर मजबूर हो रहे हैं। सरकार ने दूसरा बड़ा वायदा बेरोजगारों के साथ घर-घर नौकरी देने का किया था लेकिन सरकार का यह वायदा कॉलेजों में लगने वाले जॉब फेयर्स तक सीमित हो गया है। ये जॉब फेयर्स पुरानी सरकारों के समय भी लगते रहे हैं लेकिन किसी भी सरकार के कार्यकाल में मंत्रियों ने कॉलेजों में जाकर इन जॉब फेयर्स का श्रेय नहीं लिया।

बेरोजगारों को रोजगार देने की बजाय सरकार ने कच्चे कर्मचारियों को पक्का न करने की नीति लाकर और पंजाब में कार्य कर रहे सुविधा केंद्र बंद करके बेरोजगारी बढ़ाने का काम किया है।चुनाव प्रचार दौरान मुख्यमंत्री कै. अमरेंद्र सिंह ने हाथ में गुटका साहिब लेकर पंजाब से नशा खत्म करने की सौगंध खाई थी लेकिन आज राज्य में नशा पहले से ज्यादा है और आए दिन नशे के कारण मौतें हो रही हैं। सरकार नशों की सप्लाई चेन काटने की बजाय डोप टैस्ट के ड्रामे में उलझी हुई है। 

होशियारपुर में इंडस्ट्री नहीं ला सके सुंदर शाम अरोड़ा
अपने ही शहर से विधायक और सरकार में उद्योग मंत्री शाम सुंदर अरोड़ा की कार्यप्रणाली पर टिप्पणी करते हुए तीक्षण सूद ने कहा कि जिस तरीके से पूरी सरकार नाकाम रही है, उसी तरीके से उद्योग मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा भी नाकाम रहे हैं। होशियारपुर में लोगों के पास जमीनें कम हैं और इस क्षेत्र में इंडस्ट्री की सख्त जरूरत है लेकिन पिछले 16 महीनों में होशियारपुर में इंडस्ट्री खोलने का कोई बड़ा प्रस्ताव भी सामने नहीं आया है। होशियारपुर में रोजगार बढ़ाने के लिए कोई गंभीर और सार्थक कदम नहीं उठाया गया है जिससे इलाके के लोग निराश हैं।

जी.एस.टी. से ईमानदार व्यापारी खुश
भाजपा के कार्यकाल में आनन-फानन में लागू किए गए जी.एस.टी. से व्यापारियों में व्याप्त निराशा के सवाल पर तीक्षण सूद ने कहा कि शुरूआती दौर में व्यापारियों को समस्याएं जरूर आई थीं लेकिन अब इन सारी समस्याओं का सरकार समाधान कर रही है और ईमानदार व्यापारियों के लिए काम करना आसान हो गया है। उद्योग जगत और व्यापारियों को जी.एस.टी. के तहत आने वाले सामान पर लगने वाली टैक्स की ऊंची दर से शिकायत थी लेकिन पिछले एक साल में लगातार 28 फीसदी की दर के तहत आने वाली वस्तुओं में कमी की जा रही है और अब करीब 3 दर्जन वस्तुएं ही 28 फीसदी कर के दायरे में रह गई हैं। 

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