‘खेती में अहम योगदान डालने वाले पैस्टीसाइड्स डीलरों को अफसरशाही से बचाए सरकार’

punjabkesari.in Saturday, Mar 11, 2023 - 10:25 AM (IST)

पटियाला : पंजाब एग्रो इनपुटस डीलर्स एसोसिएशन पंजाब (पैस्टीसाइड एसोसिएशन) ने मांग की है कि पंजाब के लोगों ने राज्य की कायाकल्प करने के लिए आम आदमी पार्टी को बहुत बड़ा बहुमत दिया है। पंजाब एक खेती प्रधान राज्य है। पंजाब की खेतीबाड़ी की प्रफुल्लित करने में पैस्टीसाइड डीलरों का अहम योगदान है। लिहाजा पैस्टीसाइड डीलरों की मांगों पर सरकार ध्यान दे और इन डीलरों को अफसरशाही की धक्केशाही से बचाए।
यहां जिमखाना क्लब में एसोसिएशन के पंजाब प्रधान बीरइन्द्र सिंह कपूर ने कहा कि खाद, दवाइयां और बीज का काम करने वाले इन डीलरों को 3 एक्टों के अंतर्गत 
काम करना पड़ता है। 

खादों पर फर्टीलाइजर कंट्रोल ऑर्डर, पैस्टीसाइड पर इंसैक्टीसाइड कंट्रोल एक्ट 1961 और बीज और सीड एक्ट लागू होता है। जो कोई बात इन तीनों कानूनों में नहीं हैं। कृषि विभाग के अफसर इन कानूनों से बाहर जाकर पैस्टीसाइड डीलरों को तंग करते हैं। नेता उन कंपनियों का सील बंद माल बेचते हैं जो सरकार से मंजूरशुदा हैं और बड़ी कंपनियां हैं। जब सैंपलिंग की जाती है और यदि किसी दवा या बीज का सब स्टैंडर्ड सैंपल आ जाता है तो उसका लाइसैंस कैंसिल कर दिया जाता है, जबकि प्रसिद्ध कंपनियों के ब्रांड सील बंद होते हैं, इनमें डीलरों का कोई कसूर नहीं होता।

एक्ट में स्पष्ट लिखा होता है कि डीलर यदि दूसरी सैंपलिंग करवाना चाहे तो वह सैंपलिंग होनी चाहिए परन्तु विभाग के अधिकारी इस प्रोविजन को नहीं मानते और सीधा डीलर पर कार्रवाई कर देते हैं। एक्ट में स्पष्ट है कि सील बंद दवा या खाद में डीलर की कोई जिम्मेदारी नहीं होती। सरकार डीलरों को सारा रिकार्ड कम्प्यूटराइज्ड करने के लिए कहा गया है, दूसरी तरफ विभाग के अफसर दबाव डालते हैं कि कम्प्यूटराइजड रिकार्ड साथ साथ मैनुअल किताबें वाला रिकार्ड भी तैयार किया जाए, जिसके साथ डीलरों का खर्चा बढ़ता है।

उन्होंने कहा कि अफसरशाही की तरफ से सरेआम धक्केशाही की जा रही है। एसोसिएशन की तरफ से मुख्यमंत्री पंजाब को भरोसा दिलाया गया कि एसोसिएशन पंजाब की खुशहाली के लिए पंजाब के पानी, कृषि और जवानी को बचाने के लिए हर समय अपना सहयोग देने के लिए तैयार है। पिछले समय दौरान डायरैक्टर कृषि और किसान भलाई पंजाब की तरफ से एसोसिएशन की कानूनी तौर पर जायज मांगे मान कर लागू न करके डीलरों को 22 अगस्त 2022 को मजबूरन डायरैक्टर कृषि के दफ्तर के आगे धरना देना पड़ा था, जिसमें पंजाब भर से 3500 से अधिक डीलरों ने भाग लिया था। मांगे न माने जाने से डीलरों में भारी रोष है।

पंजाब में कृषि स्तर को ऊंचा उठाने में खाद, बीज और कीड़ेमार दवाइयों के डीलरों का बहुत बड़ा योगदान है। एसोसिएशन ने मांग की है कि पंजाब सरकार जो नई खेती नीति बनाने जा रही है, उसमें हमारी एसोसिएशन में से कम से कम 2 मैंबर जरूर शामिल किए जाएं। पंजाब के लिए डायरैक्टर कृषि का पद एक अहम पद है, इस पद पर किसी योग्य व्यक्ति की नियुक्ति की जाए। इस मौके पर महासचिव धर्म बांसल पटियाला, मुख्य वक्ता गोकुल प्रकाश गुप्ता बरनाला, जगजीत सिंह पटियाला, राम बांसल डकाला, वरुण गुप्ता पटियाला आदि शामिल थे।

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News Editor

Urmila