सिद्धू मामले में सियासत नहीं की, अदालत में पुराना स्टैंड कायम रखना मजबूरी : अमरेन्द्र

punjabkesari.in Saturday, Apr 14, 2018 - 09:22 AM (IST)

जालंधर (धवन): पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा है कि कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के सुप्रीम कोर्ट में चल रहे केस को लेकर पंजाब सरकार के लिए कोई और स्टैंड लेना संभव नहीं था परन्तु उन्होंने उम्मीद जताई कि सुप्रीम कोर्ट के जज द्वारा अंतिम फैसला लेने से पहले सिद्धू के समाज व देश के प्रति योगदान को ध्यान में रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार इससे पहले निम्र अदालत तथा हाईकोर्ट में सिद्धू को सजा देने की वकालत कर चुकी थी इसलिए अब राज्य सरकार के लिए सुप्रीम कोर्ट में अपने पुराने स्टैंड से पीछे हटना संभव नहीं था। अगर सरकार पीछे हटती तो अभियुक्त के मामले में सरकार पर झूठ बोलने के आरोप लगने थे। न्यायिक मामलों में वह किसी प्रकार की राजनीति करने में भरोसा नहीं रखते हैं। 


कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि वह सिद्धू को बचपन से जानते हैं, जिन्होंने हमेशा जरूरतमंद लोगों की मदद की है। मुख्यमंत्री ने इन आरोपों को खारिज कर दिया कि वह मंत्री सिद्धू को पसंद नहीं करते हैं तथा वह उनसे नाखुश हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि व्यक्तिगत तौर पर उन्होंने हमेशा सिद्धू का समर्थन किया है और साथ ही उन्होंने हमेशा पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ का भी साथ दिया है। जाखड़ द्वारा 2 दिन पहले मुख्यमंत्री सचिवालय से कैप्टन से मुलाकात किए बिना वापस चले जाने की घटना पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष उन्हें तय समय के अनुसार मिलने के लिए आए थे परन्तु इस बीच एक अन्य जरूरी बैठक आ गई। तब जाखड़ इंतजार किए बिना वहां से निकल गए क्योंकि शायद उन्हें कोई अन्य कार्य भी था। 


मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने हमेशा जाखड़ का केस लीडरशिप के लिए आगे किया है तथा गुरदासपुर लोकसभा सीट के उपचुनाव में भी जाखड़ का नाम आगे किया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि चाहे सुरेश कुमार का मामला या पुलिस अधिकारियों में असंतोष पैदा होने का बात है, यह सब कुछ व्यक्तिगत हितों के कारण हुआ है। सुरेश कुमार मुद्दे पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हाईकोर्ट में सरकार इससे आसानी से निपट लेगी। पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल तथा केन्द्र में प्रधानमंत्री भी सेवानिवृत्त व्यक्तियों को अपने प्रधान सचिव के रूप में नियुक्त कर चुके हैं। सुरेश कुमार के खिलाफ वह अफसरशाही थी, जो ईमानदार अधिकारी को पसंद नहीं करती है। 

 

कैबिनेट विस्तार को लेकर जल्द होगी राहुल से बैठक
मुख्यमंत्री अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि कैबिनेट विस्तार को लेकर वह जल्द ही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात करेंगे। विस्तार के दौरान अधिकांश पदों को भर लिया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि विधायकों को या तो मंत्री पद या लैजिसलेटिव असिस्टैंट या बोर्डों व कार्पोरेशनों के चेयरमैन लगाकर समायोजित कर दिया जाएगा। उनके पास 42 विभाग हैं तथा उनके लिए सभी विभागों का कार्य संभाल पाना संभव नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मंत्री तथा पार्टी विधायक अपने आधिकारिक कार्य के साथ-साथ अपना व्यापारिक कामकाज भी कर सकते हैं। 

Sonia Goswami