ग्रीस की जेलों में 14 महीने का संताप भोग कर वापस लौटे 2 नौजवान

punjabkesari.in Wednesday, Mar 27, 2019 - 10:51 PM (IST)

गुरदासपुर,काहनूवान(हरमनप्रीत, सुनील): करीब सवा साल ग्रीस की जेलों में कड़ी सजाएं काटने के बाद आखिरकार विदेशों की अदालत में मिले इंसाफ की बदौलत जिला गुरदासपुर के कस्बा काहनूवान के 2 नौजवान आखिरकार अपने घर लौट आए। करीब 14 महीने इन नौजवानों द्वारा झेले संताप की कहानी न सिर्फ रौंगटे खड़े कर देती है बल्कि इससे यह बात भी उभर कर सामने आती है कि कोई कसूर किए बिना इन नौजवानों को अपने परिवारों से हजारों किलोमीटर दूर जिंदगी-मौत की लड़ाई लडऩी पड़ी।

जनवरी 2018 को ग्रीस के सुरक्षा बलों ने एक समुद्री जहाज में 410 टन के करीब गोला-बारूद बरामद किया था जिसमें 5 भारतीयों सहित 9 व्यक्तियों को हिरासत में लिया था जिनमें जिला गुरदासपुर के कस्बा काहनूवान से संबंधित मर्चैंट नेवी के इंजीनियर जयदीप ठाकुर तथा भूपिंदर सिंह भी शामिल थे।  जयदीप ने बताया कि घर से छुट्टी काटने उपरांत वापस जाकर वह जनवरी में साइप्रस पहुंच कर अपने समुद्री जहाज में सवार हुआ था। यह जहाज तुर्की से साऊथ अफ्रीका जा रहा था, मगर रास्ते में ग्रीस के पास जहाज में कुछ तकनीकी फाल्ट पडऩे से जब वह जहाज ठीक करवाने के लिए ग्रीस की बंदरगाह पर गए तो वहां सुरक्षा विभाग ने जहाज में गोला-बारूद लोड होने से उन्हें गिरफ्तार कर लिया।

जेल में पाक युवकों ने रखा सुरक्षित
जयदीप ने बताया कि जेल में उनकी जान को भी खतरा बना रहता था, मगर पाकिस्तान से संबंधित कुछ नौजवानों ने हमेशा उन्हें सुरक्षित रखा। भूपिंदर सिंह के पिता बलकार सिंह व जयदीप ठाकुर ने बताया कि उनकी रिहाई में कई लोगों का बड़ा योगदान है। भाजपा नेता स्वर्ण सलारिया व मोती भाटिया काहनूवान ने भी बड़ा सहयोग दिया। इसी तरह ग्रीस में हरमेश, मगर गांधी और पांडे के अलावा संजय पराशर नामक व्यक्तियों ने उन्हें मौत के इस कुएं से निकालने में बहुत मदद की है। उन्होंने यह भी खुलासा किया कि ग्रीस की जेल में अन्य भारतीय व्यक्ति भी बंद हैं जिनकी रिहाई के अभी तक कोई आसार नजर नहीं आ रहे। 

Vaneet