नहीं रहे गुरबानी संगीतकार, पद्मश्री पुरस्कार से थे सम्मानित

punjabkesari.in Sunday, Jan 02, 2022 - 11:04 AM (IST)

लुधियाना: लुधियाना निवासी गुरबानी संगीत मार्तंड प्रो. करतार सिंह जी, जिनको भारत सरकार की तरफ से इस साल पद्मश्री पुरस्कार दिया गया था, आज सुबह उनका स्थानीय दयानन्द अस्पताल में निधन हो गया। पिछले महीने ही उनको पद्मश्री पुरस्कार मिलने पर पंजाबी लोक विरासत अकादमी लुधियाना की तरफ से प्रो. गुरभजन गिल डी.एम. सिंह, त्रिलोचन लोची, मनजिन्दर धनोआ और पंजाब कल्चरल सोसायटी के प्रधान रवीन्द्र रंगूवाल ने उनके घर जाकर उन्हें सम्मानित किया था। लुधियाना के डिप्टी कमिशनर वरिन्दर शर्मा ने भारत सरकार की तरफ से भेजा पद्मश्री चिन्ह और सम्मान अस्पताल पहुंच कर जिला लोक संपर्क अफसर पुनीत पाल सिंह गिल, उनके शागिर्द रवीन्द्र रंगूवाल समेत परिवार की हाजिरी में भेंट किया था और पंजाब सरकार की तरफ से भी हर तरह की मदद का भी भरोसा दिलवाया था। 

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पंजाबी लोक विरासत अकादमी के चेयरमैन प्रो. गुरभजन सिंह गिल और साथियों ने प्रो. करतार सिंह जी के देहांत पर गहरा दुख प्रकट किया है। प्रो. करतार सिंह जी का जन्म 1928 में लाहौर जिले के गांव घुंमणके में हुआ था। उन्होंने संगीत की प्राथमिक शिक्षा भाई गुरचरण सिंह, भाई सुन्दर सिंह कसूर वालों से प्राप्त की। तबला वादक भाई दलीप सिंह, बलवंत राय जसवाल और उस्ताद यशवंत भौंरा जी से भी आप ने शास्त्री संगीत शिक्षा ग्रहण की। अद्वितीय संकल्प संगीत सम्मेलन जवद्दी कलां (लुधियाना) में उन्होंने ने उस्ताद यशवंत भौंरा, डा. गुरनाम सिंह पटियाला और स्व. बीबी जसबीर कौर खालसा के साथ  1991 में संत बाबा सुच्चा सिंह जी के नेतृत्व में निर्धारित रागों वाली कीर्तन लहर की नींव रखी।

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संगीत अध्यापन का कार्य उन्होंने मालवा सैंट्रल कालेज आफ एजुकेशन लुधियाना और गुरु नानक गर्ल्ज कालेज लुधियाना में प्रमुख संगीत विभाग के तौर पर किया। इस समय भी आप संकल्प संगीत अकादमी श्री आनन्दपुर साहिब के निर्देशक थे। उनकी तरफ से संकल्प संगीत के साथ सबंधित पांच पुस्तकों का प्रकाशन शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति की तरफ से किया गया। पंजाबी विद्वान प्रो. प्रीतम सिंह पटियाला की प्रेरणा के साथ उन्होंने कलम साधना शुरू की। इस समय पर भी उनकी तीन किताबें प्रकाशन अधीन थी। पंजाबी साहित्य अकादमी लुधियाना के भी वह जीवन मैंबर थे। उन्होंने प्रो. गुरभजन सिंह गिल को आखिरी मुलाकात समय पर संदेश देते कहा कि उनके लिए अरदास करो कि वह गुरबानी संगीत के अधूरे प्राजेक्ट निर्विघ्न संपूर्ण कर सकें परन्तु वह बात पूरी न हो सकी। प्रो. करतार सिंह जी के सुपुत्र अमरजीत सिंह से मिली जानकारी अनुसार उनका अंतिम संस्कार आज शाम 4 बजे माडल टाऊन एकस्टेंशन श्मशानघाट लुधियाना में होगा। 

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News Editor

Urmila

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