गुरदासपुर: डॉक्टरों का कारनामा, डिलीवरी दौरान महिला के पेट में छोड़ा पट्टियों का बंडल

punjabkesari.in Tuesday, Jun 26, 2018 - 06:20 PM (IST)

गुरदासपुर(दीपक): सिविल अस्पताल गुरदासपुर में डॉक्टरों का नया कारनामा सामने आया है। जिसमें डॉक्टरों ने 4 महीने पहले एक महिला की डिलीवरी करते समय ऑपरेशन किया था और जिसमे ऑपरेशन के बाद पट्टियों का बंडल बच्चेदानी में ही छोड़ दिया तथा पेट के ऊपर टांके लगा दिए। जिसके बाद महिला को हल्की-हल्की सी दर्द रहने लगी। बीते दिन महिला को पेट में ज्यादा दर्द होने के कारण सिविल अस्पताल गुरदासपुर में इलाज के लिए दाखिल करवाया था जिसे डॉक्टरों ने बिना इलाज किए अमृतसर रैफर कर दिया। जिसके बाद परिवारक सदस्यों ने डॉक्टर के खिलाफ अस्पताल में नारेबाजी करनी शुरु कर दी।

जानकारी देते हुए पीड़ित महिला रीना पत्नी बरिया राज (राजू) गांव बंगा (हिमाचल प्रदेश) जो अब गुरदासपुर के गांव गोहत पोखर में किराए के मकान में रह रहे हैं के परिवारों सदस्यों व महिला के पति राजू ने बताया कि 4 महीने पहले मेरी पत्नी की डिलीवरी गुरदासपुर सिविल अस्पताल में डा. ज्योति महाजन ने की थी। उन्होंने डा. ज्योति महाजन पर आरोप लगाते हुए कहा कि डा. ज्योति महाजन ने ऑपरेशन के दौरान पट्टियों का बंडल रीना के पेट में ही छोड़ दिया और उसके पेट के ऊपर टांके लगा दिए जिस कारण रीना को हमेशा तकलीफ रहती थी। जिस कारण किसी और डॉक्टर को भी दिखाया तो उन्होंने कलर अल्टासाऊंड और सिटी स्कैन करवाया तो उसमें रीना के पेट के अंदर पट्टियों का गुच्छा दिखाई दिया। 

इस संबंधी जब उन्होंने सिविल अस्पताल के डॉक्टरों को बताया तो उन्होंने मानने से इंकार कर दिया कि ऐसा हो नहीं सकता और रीना का बिना इलाज किए अमृतसर रैफर कर दिया। इसके बाद रीना की हालत चिंताजनक हो गई। परिवारिक सदस्यों ने बताया कि इस संबंधी सिविल सर्जन गुरदासपुर डा. किशन चंद और एस.एस.पी गुरदासपुर हरचरण सिंह भुलर को मांग पत्र देकर इंसाफ की गुहार लगाते हुए कहा कि डॉक्टर को पद मुक्त किया जाए और उसके ऊपर बनती कार्यवाही की जाए और साथ ही रीना का इलाज गुरदासपुर के सिविल अस्पताल में किया जाए। उन्होंने यह भी कहा अगर रीना को कुछ हुआ तो उसकी जिमेदारी सिविल अस्पताल डॉक्टरों की होगी। इस मौके पर गांव के सरपंच हरजिनदं सिह जिला कांग्रेस प्रधान गुरमीत सिंह मल्ली संरपच और बड़ी गिनती में  गांव के लोग हाजिर थे ।

क्या कहना है डा ज्योति का
इस संबंधी डा. ज्योति से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मंैने यह ऑपरेशन नहीं किया है यह ऑपरेशन डा. अंजू ने किया है।

क्या कहना है सिविल सर्जन डा. किशन चंद का
इस संबंधी गुरदासपुर के सिविल सर्जन डा. किशन चंद से बात की गई तो उन्होंने बताया कि इस संबंधी जांच टीम बनाई है जो इस केस की जांच करेंगे अगर जांच के दौरान कोई दोषी पाया गया तो उसके ऊपर बनती कार्यवाही की जाएगी।

Vaneet