गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी की तरफ से सिर्फ एग्जिट क्लासों की परीक्षा लेने का ऐलान

punjabkesari.in Sunday, May 31, 2020 - 05:22 PM (IST)

अमृतसर (ममता): गुरू नानक देव यूनिवर्सिटी की तरफ से कोविड 19 महामारी के प्रकोप के कारण सिर्फ एग्जिट क्लासों (फ़ाईनल क्लासों) की डिग्रियां और डिप्लोमा पाठ्यक्रमों की परीक्षाएं करवाने का ऐलान कर दिया गया है। 'एग्जिट' क्लासों  के थ्यूरी और प्रैक्टिकल परीक्षाएं करवाने के लिए परीक्षा का लगभग समय 1 जुलाई से 20 जुलाई तक तय किया गया है और डेटशीट गुरू नानक देव यूनिवर्सिटी की वैबसाईट पर अपलोड की गई है। गुरू नानक देव यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार, प्रोफ़ैसर करनजीत सिंह काहलों ने कहा कि इस समय दौरान इंटरमीडिएट क्लासों की परीक्षाओं का फैसला पंजाब सरकार की हिदायतें के मद्देनज़र बाद में बताया जाएगा। उन्होंने बताया कि कोविड 19 महामारी के मद्देनज़र लॉकडाउन /कर्फ़्यू लगाए जाने से पहले 70 फीसद सिलेबस पूरा कर दिया गया था और बाकी सिलेबस सोशल मीडिया और ई -प्लेटफार्म की सहायता के साथ अध्यापकों की तरफ से ऑनलाइन क्लासों के द्वारा पूरा किया गया है। हालांकि विषय वस्तु, सामग्री और संचार के मद्देनज़र ऑनलाइन अध्यापन को क्लास के दिखाऐ अध्यापन के बराबर समझा नहीं जा सकता परन्तु क्लासरूम की प्रशिक्षण की बजाय ऑनलाइनअध्यापन की इस सीमा को ध्यान में रखते हुए, विद्यार्थियों की ऑनलाइन शिक्षा के अनुकूल ही प्रश्न पत्र स्थापित करन का यत्न किया जायेगा।

विद्यार्थियों के मन में तनाव और चिंता को घटाने के लिए किए जा रहे उपायों के बारे जानकारी देते प्रो. काहलों ने बताया कि पहले चार भागों में आठ सवाल होते थे और पांच सवाल करने होते थे जो कि हर सैक्शन में से एक -एक सवाल का जवाब देना जरूरी है और पांचवे सवाल किसी भी भाग में से किये जा सकते थे परन्तु अब मौजूदा स्थिति को ध्यान में रखते हुए आठ सवालों में से किसी भी चार सवालों किसी भी भाग में से जवाब दिया जा सकता है और इम्तिहान का समय भी कम कर दो घंटे रह जाएगा।

यह सुविधा क्लासरूम प्रशिक्षण की ग़ैर -हाज़िरी में विद्यार्थियों की तरफ से पेश समस्या को दूर करने में सहायता करेगी और कोविड -19 से पैदा हुई स्थिति कारण पैदा हुई ओर मुश्किलों के मद्देनज़र हर दो घंटो में दो विषयों की परीक्षायें को इकठ्ठा करने का प्रस्ताव है कि चार घंटो का एक निरंतर सैशन बनाया जा सके जिससे परीक्षा केंद्र में विद्यार्थियों के आने की संख्या को आधे करके कम कर दिया जा सके, जिस के साथ विद्यार्थियों के संपर्क के खतरे को कम किया जा सके। यह भी यकीनी बनाया जाएगा कि प्रैक्टिकल परीक्षाएं वास्तव में प्रयोगशालायों में लाकडाऊन लगाने से पहले किये गए अभ्यासों के समूह में से ली जाएंगी। सरकार की तरफ से जारी मापदण्डों पर बचाव के तरीकों को ध्यान में रखते इम्तिहान स्वच्छ वातावरण में सामाजिक दूरियों की शर्तों की पालना करते उम्मीदवारों बीच 6 फुट की दूरी के साथ बैठने और सुपरवाइजरों की संख्या दोगुनी करके करवाई जाएगी। 


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Edited By

Tania pathak

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