फेसबुक पर भोले-भाले लोगों को अपना शिकार बना रहे हैकर, ऐसे कर सकते हैं बचाव

punjabkesari.in Saturday, Dec 19, 2020 - 01:50 PM (IST)

जालंधर(पुनीत): सोशल मीडिया पर आज सभी लोग सक्रिय हैं और विभिन्न सोशल नैटवर्क साइट पर अपनी आई.डी. बना लेते हैं। उक्त आई.डी. जहां हमें समाज के साथ जोड़ने का काम करती है, वहीं कई बार यह आई.डी. परेशानी का कारण भी बन जाती है। इन सोशल साइटों पर बनी हुई आई.डी. को हैक करने वाला एक गिरोह सक्रिय है जोकि भोले-भाले लोगों को अपना शिकार बना लेता है।

इस क्रम में यह गिरोह फेसबुक सहित अन्य साइटों में लोगों की आई.डी. को हैक करता है, जिसके बाद पैसे ठगने का काम शुरू होता है। यह सक्रिय गिरोह जिस व्यक्ति की आई.डी. को हैक करता है, उसके दोस्तों को पर्सनल मैसेज भेजकर रुपयों की डिमांड करता है। पैसे मांगते समय मुसीबत होने की बात कही जाती है, ताकि दूसरा व्यक्ति इमोशनल होकर रूपए ट्रांसफर कर दे। 

इसी क्रम में विक्रमपुरा निवासी राकेश मल्हण की आई.डी. को किसी ने हैक कर लिया। इस उपरांत उनके दोस्तों को मैसेज भेजे गए और रुपए की डिमांड रखी गई। एक बैंक में कार्यरत्त मल्हण का कहना है कि उन्होंने किसी को भी ऐसा कोई मैसेज नहीं किया बल्कि यह किसी हैकर का काम है जोकि उनकी आई.डी. का इस्तेमाल करके लोगों से पैसे ऐंठना चाहता है। मल्हण ने कहा कि वह बिल्कुल ठीक हैं और उन्हें किसी तरह की कोई दिक्कत या मुसीबत नहीं है। इस क्रम में यदि उनके किसी भी मित्र अथवा पारिवारिक सदस्य को उनकी आई.डी. से कोई पैसों की डिमांड करता है तो वे उस आई.डी. को ब्लॉक कर दे।

फेक आई.डी. बनाकर भी रची जाती है साजिश
वहीं इस क्रम में देखने में आ रहा है कि कई बार ऐसे ठग किस्म के लोग दूसरे व्यक्ति की आई.डी. से फोटो व अन्य डाटा चुरा लेते है और नई फेक आई.डी. तैयार कर लेते हैं। नई आई.डी. से लोगों को रिक्वैस्ट भेजी जाती है और फिर उनसे पैसों की डिमांड की जाती है। उक्त ठग गिरोह के लोग खासतौर पर बिजनैसमैन या सरकारी नौकरी वाले लोगों को शिकार बनाते हैं। इसलिए आवश्यकता है किसी भी व्यक्ति द्वारा सोशल साइट पर पैसे की डिमांड की जाती है तो वह उसे चैक कर लें ताकि गलत व्यक्ति को पैसे भेजने से बचा जा सके।

आई.डी. हैक करने वाले का पता लगाने हेतू करें शिकायत
विशेषज्ञों का कहना है कि यदि कोई किसी की आई.डी. को हैक करता है तो उसका पता लगाया जा सकता है। किसी भी साइट को चलाने के लिए इस्तेमाल होने वाला आई.पी. होता है जिससे हम आसानी से उस हैकर तक पहुंच सकते हैं। पिछले समय के दौरान कोई ऐसे बड़े केस भी सामने आए हैं जिसका बाद में पता लगा लिया गया। आवश्यकता है कि यदि किसी की आई.डी. हैक होती है तो वह इस संबंध में तुरंत पुलिस को शिकायत दे क्योंकि पुलिस का आई.टी. विभाग बेहद सक्रिय है जोकि ऐसे लोगों का पता लगा सकता है।

ए.टी.एम. की जानकारी लेकर ठगी करने वाला गिरोह भी एक्टिव
पिछले समय के दौरान ए.टी.एम. की जानकारी लेकर पैसे निकलवाने वाले गिरोह ने एक के बाद एक कई ठगियों को अंजाम दिया। लोगों तक इस जानकारी के पहुंचने के बाद इन लोगों की ठगी कम तो हुई लेकिन अभी भी यह गिरोह एक्टिव है। उक्त लोग फोन कर उपभोक्ता से उसका ए.टी.एम. पिन नंबर लेते हैं व ए.टी.एम. के पीछे लिखा एक कोड लेकर ठगी मारते हैं। बैंकों का कहना है कि वह किसी को फोन करके ए.टी.एम. के बारे में कोई जानकारी नहीं मांगते, इसलिए फोन पर अपने बैंक अकाउंट व ए.टी.एम. की जानकारी शेयर नहीं करनी चाहिए।

Sunita sarangal