Exclusive Interview: हंसराज हंस की पंजाब केसरी के साथ खास बातचीत

punjabkesari.in Wednesday, Jun 05, 2019 - 12:39 PM (IST)

जालंधर(कमलेश): दिल्ली के उत्तर-पश्चिमी हलके से सांसद हंसराज हंस का कहना है कि वह दिल्ली के लोगों से मिले प्यार से गद्गद् हैं । अब मोदी की लीडरशिप में आखिरी सांस तक लोगों की सेवा करेंगे।

हंसराज हंस से बातचीत के खास अंश

प्र. : चुनाव लड़ने से की थी तौबा फिर वापसी कैसे?

उ.: तौबा इसलिए की थी क्योंकि हार कर मायूस और तन्हा हो गया था। यह इंसान की फितरत होती है कि हार के बाद थोड़े समय के लिए अंधेरे में चला जाता है। अब दिल्ली के लोगों ने प्यार दिया है तो दोबारा राजनीति में वापसी हुई है।

प्र.: मोदी की लीडरशिप में काम कर कैसा लग रहा है?
उ.:
मोदी जी एक फकीर की तरह हैं, मैं उनमें विवेकानंद की झलक देखता हूं। एन.डी.ए. का नेता चुने जाने पर उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा था कि 130 करोड़ लोगों ने फकीर की झोली भर दी है। उनकी यही पंक्तियां उनमें एक फकीर की झलक दिखाती है। अपनी इस उम्र का बाकी हिस्सा मोदी को समॢपत करता हूं।

प्र.:जालंधर के निवासी थे फिर यहां चुनाव लड़ने पर क्यों नहीं मिला था सपोर्ट?
उ.:
ऐसी बात नहीं है कि सपोर्ट नहीं मिला था। लोगों ने बहुत प्यार दिया था और मुझे 3,80,000 वोट मिले थे। थोड़े से मार्जिन से हार का मुंह देखना पड़ा था। अब पार्टी सही मिली है तो लोगों का प्यार भी बढ़ा है।

प्र.: दिल्ली के लिए नए, समस्याओं को कैसे सुलझाएंगे?
उ.:
न दिल्ली नई है न समस्याएं नई हैं। इंसान भी ऐसे होते हैं, धरती भी ऐसी होती है। 20 दिन के दौरान समस्याओं का अच्छी तरह आकलन किया है। अब लोगों ने जीत बख्शी है तो विकास के पग पर दिल्ली को अग्रसर करेंगे।

प्र.: जालंधर में आते ही सबसे पहले क्या किया?
उ.: दिल्ली में चुनाव प्रचार के लिए व्यस्त था। जालंधर में आते ही सबसे पहले अपनी माता के चरणों में नतमस्तक हुआ। दरबार साहिब, बापू लाल बादशाह व अन्य धार्मिक स्थानों पर माथा टेका।

प्र.: बतौर सांसद प्राथमिकताएं क्या रहेंगी?
उ.:
काम को समझूंगा। काम को प्राथमिकता के हिसाब से हल करूंगा। लोगों के बीच जाकर उनकी समस्याओं को जानूंगा। शिक्षा के क्षेत्र पर विशेष ध्यान रहेगा।

प्र.: क्या भविष्य में जालंधर के लोगों से वास्ता बना रहेगा?
उ.:
जालंधर के लोगों से वास्ता तो बना रहेगा लेकिन अपना पूरा समय दिल्ली को ही दूंगा। अब मेरा सारा समय उत्तर-पश्चिमी दिल्ली के लोगों का होगा। लोगों ने मुझे बहुत प्यार दिया है। मैं उनका कर्ज सात जन्मों तक नहीं चुका सकता।

प्र.:कैबिनेट का दर्जा नहीं रहेगा, इसके बारे में क्या सोचते हैं?
उ.:
भाजपा एक ऐसी पार्टी है जिसका कार्यकर्ता बन कर भी मैं खुश रह सकता हूं। भाजपा में एक कार्यकर्ता भी अगर अच्छा प्रदर्शन करता है और जनता के बीच अपनी अच्छी छवि बनाता है तो वह प्रधानमंत्री के पद तक पहुंच सकता है।

प्र.:आप अपना भविष्य दिल्ली में देखते हैं या पंजाब में?
उ.:
जहां इंसान के सितारे उसे लेकर जाते हैं इंसान वहीं चला जाता है। दिल्ली के लोगों ने मुझे लाखों के अंतर से जिताया है। मुझे 60 प्रतिशत वोट मिले हैं इसलिए मौजूदा समय में मैं अपना भविष्य दिल्ली में ही देखता हूं।

प्र. : पंजाब में भगवंत मान को वोट मिले या ‘आप’ को?
उ.:
भगवंत मान एक लाजवाब इंसान हैं और वह अपने बलबूते पर जीते हैं। इस समय वह गलत पार्टी में हैं। भगवंत मान से मेरी पुरानी दोस्ती है। उन्हें अवश्य ही भाजपा में आने का निमंत्रण दूंगा।

प्र.: दिल्ली में आम आदमी पार्टी की कार्यप्रणाली पर क्या कहना चाहेंगे?
उ.:
केजरीवाल ने लोगों से झूठे वायदे किए थे। अब लोग केजरीवाल की असलियत जान चुके हैं। दिल्ली की सड़कें टूटी हुई हैं। कई इलाकों में पानी की कमी है। दिल्ली में एक सफाई कर्मचारी की गटर में गिरने से मौत हो गई थी, वहां आम आदमी पार्टी का एक भी नेता या कार्यकर्ता नहीं पहुंचा था।

प्र.: लोग कहते हैं कि स्टारडम जीता है, गुरदासपुर से सन्नी देओल और दिल्ली से आप?
उ.:
जो लोग ऐसा कहते हैं उन्हें नमस्कार। हमारे लिए यह दुआ करें कि हम सबका यह भ्रम दूर कर सकें। मैं धरती से जुड़ा हुआ इंसान हूं और काम करने में विश्वास रखता हूं।

प्र.: दिल्ली में केजरीवाल ने महिलाओं के लिए फ्री मैट्रो सेवा देने की बात कही है, इसे कैसे देखते हैं?
उ.:
केजरीवाल सबसे झूठे और दागी इंसान हैं। खुद पर स्याही फैंकने और थप्पड़ मारने के लिए बिकाऊ लोग रखे हुए हैं। केजरीवाल अब एक्सपोज हो चुके हैं। सभी लोगों ने यह भी मन बना लिया है कि अब दिल्ली में केजरीवाल की सरकार को उखाड़ फैंकेंगे। केजरीवाल एक थिएटर आर्टिस्ट की तरह ड्रामा करते हैं और चप्पल पहनना, खांसी होना यह सब उनके ड्रामे के भाग हैं। असल में केजरीवाल को अन्ना हजारे की बद्दुआ लगी है।

प्र.: क्या आप दिल्ली के विधानसभा चुनावों में भी प्रचार करेंगे?
उ.:
बेशक दिल्ली में पार्टी के लिए बढ़-चढ़कर प्रचार करूंगा। भाजपा थकने वाली पार्टी नहीं है। जिस पार्टी के लीडर मोदी जैसे हैं जो खुद 22 घंटे तक काम करने की क्षमता रखते हैं, वह पार्टी कैसे थक सकती है। मोदी जी न सोते हैं न सोने देते हैं, न खाते हैं और न खाने देते हैं। उन्होंने अपने प्रधानमंत्री कार्यकाल में एक भी छुट्टी नहीं की।

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