शान से विदा हुआ शहीद हैप्पी सिंह, पिता ने कहा-मुझे अपने शेर बेटे की शहादत पर गर्व

punjabkesari.in Friday, Sep 28, 2018 - 10:56 PM (IST)

मौड़ मंडी (प्रवीन):  जम्मू-कश्मीर में गुरुवार को लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों से लोहा लेते हुए बठिंडा के मौड़ मंडी के हैप्पी सिंह देश के लिए शहीद हो गए थे। सेना की टुकड़ी ने सम्मान के साथ आज उनका अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव रामनगर में किया। चिता को मुखाग्नि उनके भाई और पिता ने दी। 

जैसे ही शहीद हैप्पी सिंह का पार्थिव शरीर गांव पहुंचा तो गांव वासियों ने हैप्पी सिंह अमर रहें के नारे लगाए और देश के लिए शहीद होने वाले इस नौजवान पर गर्व महसूस किया। सभी की आंखें नम थीं। अंतिम संस्कार दौरान लेफ्टिनेंट कर्नल रवि कुमार, मेजर सुहास सी. माडर, लेफ्टिनेंट अमरीक सिंह, हवलदार नत्था सिंह, सिपाही जग्गा सिंह, सतनाम सिंह के साथ प्रशासनिक अधिकारी, सैनिक भलाई विभाग के अधिकारी और विधायक मौजूद थे। आसपास के गांवों के लोग भी शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए मौजूद थे। 

जैसे ही बैंड ने मातमी धुन बजाई तो सभी की आंखें छलक आईं। सायं 5 बजे शहीद का भाई बलजीत सिंह लेह, लद्दाख से पहुंचा। तब अंतिम संस्कार की रस्म पूरी की गई। इससे पहले उसकी बहन वीरपाल कौर ने शहीद को सेहरा बांधा, क्योंकि वह अविवाहित था। रोते हुए बहन ने कहा कि 11 सितंबर को भाई छुट्टी काटकर जाने लगा तो उन्होंने कहा कि वह अगली बार जब आएगा, तो शादी का सेहरा तेरे हाथ से बंधवाएगा। 

शहीद के पिता देवराज सिंह ने कहा कि उसे गर्व है कि बेटा देश के लिए शहीद हुआ, लेकिन रोष प्रकट करते हुए यह भी कहा कि 1 के बदले 4 सिर लाने के दावे करने वाले कभी अपने बेटों को भी सीमाओं पर भेजकर देखें। इतने वर्षों से सीमा पर गरीबों के बेटे मारे जा रहे हैं। जब इन नेताओं के बेटे मरेंगे, तब पता चलेगा। शहीद के अंतिम संस्कार में सैनिक अधिकारियों के अलावा एस.डी.एम. बलविंद्र सिंह, हलका विधायक जगदेव सिंह कमालू, नायब तहसीलदार कमलदीप सिंह गोल्डी, सैनिक भलाई विभाग की ओर से गुरतेज सिंह और अमरजीत सिंह चहल मौजूद थे।  

Vaneet