खेल रत्न अवार्ड से महरूम हरभजन सिंह, बोले-'किसी दूसरे खिलाड़ी के साथ न हो ऐसा'

punjabkesari.in Thursday, Aug 22, 2019 - 12:39 PM (IST)

अमृतसरः प्रतिष्ठित 'खेल रत्न' पुरस्कार के लिए नाम खारिज होने से भारत के पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह आज भी पंजाब सरकार (खेल मंत्रालय)  से खफा है। हरभजन सिंह ने कहा इस अवार्ड की उन्हें लालसा नहीं है, फिर भी यह किसी भी खिलाड़ी के लिए अहम है।मेरे साथ जो सुलूक हुआ वह किसी दूसरे खिलाड़ी के साथ न हो। 

बताया जाता है कि केंद्रीय खेल मंत्रालय ने भज्जी के इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के नामांकन को खारिज कर दिया था क्योंकि इसे समय सीमा खत्म होने के बाद भेजा गया था। भज्जी ने पंजाब सरकार (खेल मंत्रालय) से अनुरोध किया है कि राजीव गांधी 'खेल रत्न पुरस्कार' के लिए उनके नामांकन में हुई देरी की जांच की जाएं। भज्जी बुधवार को अमनदीप क्रिकेट अकादमी में शुरु होने वाली हरभजन इंस्टीट्यूट ऑफ क्रिकेट अकादमी के बारे में बताने आए थे। भज्जी ने कहा कि पंजाब की तुलना में हरियाणा का स्पोर्ट्स विभाग बेहतर है, जहां से बेहतरीन खिलाड़ी आगे बढ़ रहे है।



इस मौके पर डा.अवतार सिंह ने बताया कि ग्रुप ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर की क्रिकेट कोचिंग प्रदान करने के लिए हरभजन सिंह के साथ साझेदारी की है और ऐसे में अमनदीप क्रिकेट एकैडमी का नाम हरभजन सिंह इंस्टीच्यूट आफ क्रिकेट होगा। वहीं क्रिकेटर भज्जी और डा. शाहबाज़ सिंह ने कहा कि हमारा उद्देश्य पंजाबी युवाओं और बच्चों को क्रिकेट में बढ़ावा देकर ड्रग्स से बचाना है। भज्जी ने कहा कि जिस युवा का कद 6 फुट से अधिक है और उसे कोचिंग दी जाएगी। अमृतसर की अंडर-16 डिस्ट्रिक्ट टीम में खेल रहे दो होनहारखिलाडिय़ों अर्शदीप सिंह और संदीप निशाद को मुफ्त कोचिंग दी जाएगी। यहां डा. अवतार सिंह, डा. अमनदीप कौर, डा. रवि महाजन, डा. कंवरजीत सिंह, डा. संतोख सिंह, हरविंदर सिंह हैरू, मनीष शर्मा, लवली अरोड़ा भी उपस्थित थे।
 

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