हरिमंदिर साहिब में फिर हरी हुई दुख भंजनी बेरी, लगे मीठे बेर

punjabkesari.in Wednesday, Mar 28, 2018 - 11:08 AM (IST)

अमृतसरः बलिहारी कुदरत वस्या, तेरा अंत न जाई लख्या... गुरबानी की यह तुकें हरिमंदिर साहिब की परिक्रमा में लगीं 3 बेरियों पर बिल्कुल सटीक बैठतीं हैं। सवा चार सौ वर्ष पुरानी इन ऐतिहासिक बेरियों को किसी नए -नरोए वृक्ष की तरह फल लगना कुदरत का करिश्मा ही है। दरबार साहिब की परिक्रमा में लगी दुख भंजनी बेरी को इस वर्ष भरपूर फल लगा है।

 

दुख भंजनी बेरी को लगे फल देख गुरबानी की तुक 'सूके हरे किए खिन माहि' खुद-ब-खुद  मुंह से निकलती है। कुछ समय पहले इन बेरियों की स्थिति काफी खराब हो चुकी थी । इन को सुरक्षित रखने के लिए शिरोमणी कमेटी ने खेतीबाड़ी यूनिवर्सिटी लुधियाना को जिमेदारी सौंपी थी ।


कृषि यूनिवर्सिटी लुधियाना ने भी इस जिम्मेदारी को बखूबी निभाया और आज न सिर्फ यह बेरियों हरी हुईं, बल्कि इनको मोटा और मीठा फल भी लगा है। इस ऐतिहासिक बेरी को फल लगने से संगत में काफी प्रोत्साहित है। बेरी के फल को प्रसाद के तौर पर लेने के लिए संगत झोली फैला कर लंबे समय तक इस बेरी के नीचे बैठीं रहती है। शिरोमणि कमेटी द्वारा संगत को बेरी के नजदीक प्रसाद रखने और जूठे हाथ न लगाने की अपील की गई है।

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