विशेष इजलास पर पंजाब में राजनितिक संग्राम, हरपाल चीमा ने घेरी कैप्टन सरकार

punjabkesari.in Friday, Oct 16, 2020 - 05:22 PM (IST)

गढ़दीवाला (भट्टी): खेती बिल के विरुद्ध 19 अक्तूबर को पंजाब सरकार की तरफ से बुलाए गए विशेष इजलास को लेकर पंजाब में राजनितिक संग्राम शुरू हो गया है। विरोधी पक्ष की तरफ से सैशन से पहले ही पंजाब सरकार पर हमले बोले जा रहे हैं। सैशन को लेकर आम आदमी पार्टी ने पंजाब सरकार पर हमला बोला है। विरोधी पक्ष के नेता हरपाल चीमा का कहना है कि स्पैशल सैशन बुलाने से पहले कैप्टन साहिब एक सर्वपार्टी मीटिंग बुलाए।

दरअसल 'आप' की तरफ से शुरू की मुहिम ग्राम सभा बचाओं, किसान और पंजाब बचाओ के अंतर्गत गाँव चोहका में संबोधन करते सीनियर नेता और विरोधी पक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि पंजाब विरोधी राज्य और केंद्र सरकार किसानों के संघर्ष को तोड़ने की हर संभव नाकाम कोशिश कर रही हैं। अब इस काले कानून को वापस करवाने के लिए हमारे पास संवैधानिक हथियार है, जो किसानों के संघर्ष को ओर मज़बूत बना सकता है।

उन्होंने कहा कि किसानों के साथ केंद्र की तरफ से मीटिंग बेनतीजा रही, जिससे सिद्ध हो गया है कि केंद्र सरकार ज़बरदस्ती फैसले लागू करना चाहती है और पंजाब के लोगों की भावनायों की कद्र नहीं करती। केंद्र सरकार ने ऐसा करके किसानों का निरादर किया है। उन्होंने कहा कि अलग-अलग गांवों में ग्रामसभा बुला कर बिलों खिलाफ सर्व समिति के साथ संकल्प कर केंद्र सरकार को इस निरादर की क्षतिपूर्ति आने वाले दिनों में भुगतनी पड़ेगी। इस दौरान गाँव चोहका की पंचायत से सर्व समिति के साथ संकल्प दिया गया। 

इस मौके उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से इजलास बुलाने से पहले सभी किसान जत्थेबंदियां, सभी राजनितिक पार्टियां, खेती माहिरों और सभी खेती के साथ संबंधी व्यापारियों के साथ बैठक की जाए। इस काले कानून का किस तरह विरोध करना है, इस पर खुल कर विचार चर्चा की जाए।

Tania pathak