पंजाब में कैंसर के मरीजों की बढ़ती संख्या पर हरसिमरत और कांग्रेस के बीच वाकयुद्ध

punjabkesari.in Wednesday, Jul 03, 2019 - 10:11 AM (IST)

नई दिल्ली(एजैंसियां): पंजाब में कैंसर के मरीजों की बेतहाशा बढ़ती संख्या के मुद्दे पर लोकसभा में मंगलवार को कांग्रेस के सदस्यों एवं केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल के बीच उस समय वाकद्ध हुआ जब उन्होंने अमरेंद्र सिंह सरकार पर बठिंडा स्थित कैंसर रिसर्च एंड डायग्नोस्टिक सैंटर का फंड रोक देने का आरोप लगाया। इस पर कांग्रेस के सदस्य रवनीत सिंह बिट्टू ने प्रश्नकाल दौरान पंजाब में कैंसर के मरीजों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि के लिए उर्वरक की खपत को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि पंजाब में उर्वरकों की खपत में वृद्धि भी कैंसर में बेतहाशा बढ़ौतरी का एक प्रमुख कारण है। 


पंजाब ही नहीं देश में कैंसर के मरीज बढ़े : तोमर
कांग्रेस के रवनीत सिंह और आम आदमी पार्टी के भगवंत मान के प्रश्नों का उत्तर देते हुए कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने माना कि हाल के वर्षों में पंजाब में ही नहीं बल्कि देश में कैंसर के मरीजों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है लेकिन साथ ही कहा कि भारतीय आयुर्विज्ञान शोध परिषद (आई.सी.एम.आर.) और अन्य शोध संस्थानों की रिपोर्ट यह बताती है कि कैंसर के प्रसार और उर्वरकों की बढ़ती खपत में कोई संबंध नहीं है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आई.सी.एम.आर.) ने पंजाब की कैंसर रजिस्ट्री के हवाले से कहा कि राज्य में प्रति 1 लाख लोगों के कैंसर के रोगियों की संख्या 100-110 है जो लगभग राष्ट्रीय औसत के समान है।


आयुष्मान योजना को पंजाब में लागू नहीं करने पर घेरा 
कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला ने कहा कि पंजाब में कैंसर की बीमारी में बढ़ौतरी की बात करने वाले सदस्य के राज्य में उनकी ही पार्टी की सरकार है जिसने आज तक आयुष्मान भारत योजना लागू नहीं की है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने ऐसी ही खतरनाक बीमारी के मरीजों के लाभ के लिए आयुष्मान भारत योजना शुरू की है लेकिन कैंसर के मरीजों के नाम पर आंसू बहाने वाले सदस्य के राज्य की सरकार ने इसे लागू करने से मना कर दिया है। 

2009 में स्थापित किया था कैंसर सैंटर
हरसिमरत कौर बादल ने भी हस्तक्षेप करते हुए कहा कि 2009 में उनके प्रयास से बठिंडा में कैंसर रिसर्च एंड डायग्नोस्टिक सैंटर स्थापित किया था लेकिन मुख्यमंत्री अमरेंद्र सिंह ने सत्ता में आते ही इस सैंटर को फंड देना बंद कर दिया है। इसके बाद कांग्रेस के सदस्य सीट पर खड़े होकर हंगामा करने लगे। अंतत: अध्यक्ष ओम बिरला ने दूसरे सदस्य को प्रश्न पूछने के लिए बुला लिया और हंगामा शांत हो गया। 

Vatika