गन्ने के रस की रेहड़ी लगाने वाली हैंडबाल  खिलाड़ी की हरसिमरत ने सुनी दास्तां

punjabkesari.in Monday, May 14, 2018 - 09:16 AM (IST)

मानसा(रमनदीप सोढी): हैंडबाल की एक खिलाड़ी की गरीबी की दास्तां को जग बाणी टी.वी. की तरफ से प्रमुखता से प्रसारित किया गया था जिसका इतना असर  हुआ कि यह वीडियो देखने के बाद आज केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने उक्त लड़की को ढूंढ लिया।जानकारी के अनुसार मानसा जिले के गांव हमीरगढ़ ढैपई के बस अड्डे पर गन्ने के रस की रेहड़ी लगाने वाली हैंडबाल की खिलाड़ी हुस्न कौर के पास आज केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल का काफिला रुका और गाड़ी में 
से उतर कर बादल उस लड़की के पास गईं और उसे अपने सीने से लगाकर उसकी दास्तां सुनी। हरसिमरत बादल इतनी भावुक हो गईं कि उन्होंने मौके पर ही अपने पर्स में पड़ी करीब 47 हजार रुपए की नकदी लड़की को आॢथक सहायता के रूप में दे दी।
 

स्कूल में हैंडबाल टीम की कप्तान रह चुकी हुस्न कौर ने चीमा के सरकारी हाई स्कूल से 10वीं की पढ़ाई पूरी की है। 2010 में 23 वर्षीय भाई की अचानक मौते होने व सांस के मरीज पिता के भी निधन के बाद एक तरह से हुस्न कौर पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा। अधरंग से पीड़ित मां का इलाज करवाने व रोजी-रोटी के लिए हुस्न कौर को अपनी एक एकड़ जमीन गिरवी रखने के साथ-साथ गन्ने के रस की रेहड़ी लगानी पड़ी। 2014 से हुस्न कौर रेहड़ी लगाकर अपना जीवन व्यतीत करने को मजबूर है।
इस मौके पर हुस्न कौर ने कहा कि अब वह 12वीं कक्षा की पढ़ाई प्राइवेट छात्रा के तौर पर कर रही है। उसने सरकार से उसे कोई सरकारी नौकरी देने की मांग की। हुस्न कौर की मां ने बताया कि उसकी 3 बेटियों व एक बेटे की मौत होने के बाद अब उसका सहारा केवल हुस्न कौर ही है। उसने बताया कि भगवंत मान ने भी उनकी 35 हजार रुपए की आॢथक सहायता की थी।

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