लापरवाही की हद: कोरोना Positive कांग्रेसी पार्षद को हैल्थ विभाग ने भेजा Negative का मैसेज

punjabkesari.in Friday, Mar 19, 2021 - 11:34 AM (IST)

जालंधर (खुराना): कोरोना काल शुरू हुए करीब सवा साल हो चुका है परंतु इस कार्यकाल दौरान राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने असंख्य मामलों में इतनी बड़ी लापरवाहियां की है, जिससे कई लोगों की जान तक पर आफत आन खड़ी हुई है। स्वास्थ्य विभाग की ऐसी ही एक नालायकी और लापरवाही का नमूना उस समय दिखा जब नगर निगम के कांग्रेसी पार्षद बलराज ठाकुर की कोरोना वायरस रिपोर्ट पॉजिटिव आ जाने के बावजूद हैल्थ विभाग ने उन्हें नैगेटिव होने का मैसेज भेज दिया जिसके चलते कोरोना संक्रमित होने के बावजूद पार्षद बलराज लगातार दो दिन आम लोगों और परिजनों के संपर्क में रहे।

जानकारी के अनुसार पार्षद बलराज ठाकुर की पिछले सप्ताह से तबीयत कुछ खराब चल रही थी जिसके चलते उन्होंने एहतियात के तौर पर इस सप्ताह सोमवार को अपना कोरोना वायरस टैस्ट सिविल अस्पताल जाकर करवाया। उन्हें मंगलवार तक कोरोना रिपोर्ट देने की बात कही गई। मंगलवार शाम हैल्थ विभाग की ओर से एक मैसेज पार्षद बलराज ठाकुर को फोन पर रिसीव हुआ जिसमें साफ लिखा था कि उनकी कोरोनावायरस की रिपोर्ट नैगेटिव आई है। इस मामले में निश्चिंत हो चुके पार्षद बलराज ठाकुर ने मंगलवार और बुधवार आम लोगों से मिलने व परिवारजनों के संपर्क में रहने का सिलसिला चालू रखा क्योंकि उन्हें विश्वास था कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से आया मैसेज सही ही होगा। पार्षद बलराज की हैरानी की उस समय कोई हद नहीं रही जब वीरवार को मीडिया के माध्यम से उन्हें पता चला कि उनकी कोरोना वायरस रिपोर्ट तो पॉजिटिव आई है ।

इस पर पार्षद बलराज ठाकुर ने सिविल अस्पताल के एक रिटायर्ड डॉक्टर को फोन किया जिन्होंने अपने स्तर पर प्रयास करके रिकॉर्ड में से पार्षद बलराज की कोरोना वायरस रिपोर्ट पता की। उस डॉक्टर ने पार्षद बलराज के व्हाट्सएप पर जो कोरोना वायरस रिपोर्ट फ़ारवर्ड की, उसमें पार्षद बलराज ठाकुर को कोरोना पॉजिटिव बताया गया था। ख़ास बात यह है कि रिपोर्ट और मैसेज एक ही सैंपल के हैं।अब इस मामले में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की जांच की जानी चाहिए कि किस आधार पर पार्षद को पहले नैगेटिव होने का मैसेज भेजा गया और 2 दिन बाद जब उन्होंने अपनी रिपोर्ट पता करवाई तो वही रिपोर्ट पॉजिटिव निकली है।

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Vatika