स्वास्थ्य फार्मेसी अधिकारियों ने 11 मई को इमरजेंसी सेवाओं को बंद करने का किया ऐलान

punjabkesari.in Sunday, May 10, 2020 - 05:30 PM (IST)

जालंधर / पटियाला: पंजाब भर में ग्रामीण विकास और पंचायत विभाग जिला परिषद के अंतर्गत 1186 हेल्थ डिस्पेंसरी में पिछले 14 वर्षों में कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर काम करने वाले ग्रामीण स्वास्थ्य फार्मेसी अधिकारियों ने अपनी सेवाओं के नियमितीकरण करने में सरकार की नीति के खिलाफ  सोमवार, 11 मई को राज्य भर में आपातकालीन सेवाओं को एक दिन के लिए बंद करने की घोषणा की है। एसोसिएशन के राज्य वरिष्ठ उपाध्यक्ष स्वराट शर्मा पटियाला ने कहा कि पिछले एक महीने से पंजाब में कोरोना महामारी के प्रकोप के कारण सभी फार्मासिस्ट अमृतसर एयरपोर्ट, दुर्गियाना मंदिर, दरबार साहिब, राजस्थान पंजाब बॉर्डर चेक पोस्ट, हवाई अड्डा, पंजाब के जिला अस्पतालों के अलगाव वार्ड, रैपिड रिस्पांस टीम, डोर टू डोर होम विजिट, गुरुद्वारा पर दिन रात काम कर रहे हैं। इतनी मेहनत के बाद भी फार्मेसी अधिकारियों को सिर्फ दस हज़ार वेतन मिलता है। 

इसके अलावा हमें कोई चिकित्सा सुरक्षा बीमा, मृत्यु ग्रेच्युटी लाभ नहीं मिलता है। इसका मतलब है कि हमारे पास नौकरी की कोई सुरक्षा नहीं है। एक तरह से हम पिछले 14 वर्षों से असुरक्षित अनुबंध आधारित काम कर रहे हैं। ऐसी परिस्थितियों में हम इस भयानक बीमारी के साथ अपनी सेवाएं फ्रंट लाइन पर प्रदान कर रहे हैं, लेकिन सरकार ने अभी तक हमारी सेवाओं को नियमित करने का कोई निर्णय नहीं लिया है। बिना नौकरी की सुरक्षा वाले फार्मासिस्ट जो अपने जीवन के जोखिम और अपने परिवार के लोगों के लिए केवल 10,000 रुपये प्रति माह के वेतन पर अपनी ड्यूटी कर रहे हैं। संगठन ने सरकार को चेतावनी दी कि यदि नियमित करने का निर्णय मंगलवार को एक उच्च-स्तरीय विभागीय बैठक में नहीं लिया गया, तो आपातकालीन कर्तव्यों को पूरी तरह से रोक दिया जाएगा।   

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Tania pathak