5 साल के बच्चे को डॉक्टर ने दी प्रतिबंधित दवा, 2 बार हार्टअटैक; जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा मासूम

punjabkesari.in Saturday, Feb 29, 2020 - 11:42 AM (IST)

पटियालाः अगर आप भी अपने बच्चे को हलकी खांसी और ज़ुकाम होने पर 'कोल्ड बेस्ट -पीसी नामक कफ सिरप' दे रहे हैं तो सावधान हो जाएं, क्योंकि यह मासूम की जान ले सकती है। दरअसल, पटियाला में हलकी खांसी और ज़ुकाम होने पर 5 साल के बच्चे को एक प्राईवेट डाक्टर ने यह दवा दी, जिसे पीने के बाद वह उल्टियां करने लग पड़ा और उसे 2 बार हार्ट अटैक आया और अब वह कोमा में है। 

ज़िंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रहा मासूम
स्वास्थय ज़्यादा ख़राब होने पर उसे अस्पताल लाया गया, जहां टैस्ट करने पर पता लगा कि बच्चे के लीवर और किडनी में इंफैक्शन तथा टाइफाइड होने के कारण उसके सैल्ल भी कम हो गए। उसकी हालत गंभीर होने के कारण उसे पी.जी.आई. चंडीगढ़ रैफर किया गया, जहां भीड़ होने के कारण पारिवारिक मैंबर उसे सैक्टर -32 स्थित एमरजैंसी अस्पताल लेकर पहुंचे।


इलाज दौरान उसे 2 बार दिल का दौरा पड़ा और बच्चा कोमा में चला गया। 6 फरवरी से बच्चा अस्पताल में ज़िंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रहा है। वहीं थाना शंभू के ए.एस.आई. मोहर सिंह ने बताया कि पी.जी.आई. के डॉक्टरों और बच्चे के पिता के बयानों के आधार पर डॉक्टर व उसके बेटे पर केस दर्ज कर लिया गया है। दोनों फरार हैं।

गर्भवती महिलाओं के लिए घातक है यह दवा
चाइल्ड एक्सपर्ट डॉक्टर हर्शिंदर कौर का कहना है कि 2011 में फूड एंड ड्रग एडमिस्ट्रेशन अमेरिका द्वारा चेतावनी दी गई थी कि बीपी, डायबिटीज और गर्भवती महिला को भी दवा देना मना है। इसके साथ ही 4 साल से छोटे बच्चे को भी यह सिरप देने से मना किया गया था। 

इस दवा के कारण हिमाचल-जम्मू में भी हो चुकी हैं मौतें
सरकारी अस्पताल राजपुरा के चाइल्ड एक्सपर्ट डॉ. संदीप ने बताया कि कोल्ड बेस्ट -पीसी नामक कफ सिरप में डी एैथलीन ग्लाईको नामक सॉल्ट पाया जाता है, जो बच्चों के लिवर और किडनी पर बूरा असर डालती है। यह दवा बैन की जा चुकी है।
 

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