13 साल के बच्चे का हौंसला देख डाक्टर भी हुए हैरान, लंबी हार्ट सर्जरी के बाद कोरोना को हराया

punjabkesari.in Tuesday, Sep 01, 2020 - 11:49 AM (IST)

चंडीगढ़ (पाल) : 13 साल के कृष्ण का हार्ट ट्रांसप्लांट और उसके बाद कोरोना वायरस से लडऩा आपने आपमें एक बड़ी जीत है। 31 जुलाई को पी.जी.आई. में जिस बच्चे का हार्ट ट्रांसप्लांट किया गया था, सोमवार को उसे डिस्चार्ज कर दिया गया। यह केस आपने आपमें एक चैलेंज था। पी.जी.आई. डायरैक्टर डॉ. जगतराम कहते हैं कि हार्ट सर्जरी के बाद बच्चे को कोरोना इंफैक्शन हुआ। इसके बाद उसे एडवांस कार्डियक सैंटर से एन.एच.ई. सैंटर में शिफ्ट किया गया। इतनी बड़ी सर्जरी के बाद इंफैक्शन को ट्रीट करना आसान नहीं होता।

डॉक्टरों के लिए भी बड़ी अचीवमैंट
पी.जी.आई. के डॉक्टरों के लिए एक बड़ी अचीवमैंट है। वहीं बच्चे व उसके परिवार के जज्बे को सलाम जिन्होंने इस मुश्किल वक्त में भी हौसला बनाए रखा। सैक्टर-30 के रहने वाले इस बच्चे के डिस्चार्ज के वक्त पी.जी.आई. के सारे डॉक्टर्स मौजूद रहे, जिन्होंने उसे एक नया जीवन दिया है।

डॉक्टरों ने मैंटली बहुत सपोर्ट किया
कृष्ण की मां मधु कहती है कि हार्ट सर्जरी ही बहुत लंबी और मुश्किल थी। ऊपर से कोरोना होने के बाद कई दफा लगा कि शायद वह कृष्ण को खो देंगे, लेकिन डॉक्टरों ने मैंटली बहुत सपोर्ट किया। पिता भूपेंद्र कहते हैं कि आज उनके बेटे का एक जन्म हुआ है। जोकि सिर्फ डोनर और उसकी फैमिली की वजह से हो पाया है। उनकी एक हां ने उसकी जिंदगी बदल दी।

एक महीने बाद डिस्चार्ज हुआ कृष्ण
कार्डियोलॉजिस्ट डिपार्टमैंट के प्रो. अजय बहल और डॉ. हरकांत सिंह ने बताया कि सर्जरी के एक हफ्ते बाद ही बच्चे को कोरोना के लक्षण आने लगे थे, लेकिन मैडीकल टीम का ही सपोर्ट रहा, जिसकी बदौलत आज एक महीने बाद वह डिस्चार्ज होकर घर जा रहा है।

10 साल की बच्ची का हार्ट हुआ डोनेट  
खरड़ की 10 साल की बच्ची 14 जुलाई को ऊंचाई से गिर गई थी। फैमिली उसे जी.एम.सी.एच.-32 ले गई। जहां शुरुआती इलाज के बाद उसी दिन उसे पी.जी.आई. रैफर कर दिया गया। बच्ची एक हफ्ते से ज्यादा पी.जी.आई. में रही थी, बावजूद इसके हालत में कोई सुधार नहीं हुआ। सभी प्रोटोकॉल के तहत उसे ब्रेन डैड डिक्लेयर किया गया। बच्ची का हार्ट और दो किडनी डोनेट हुई थी।


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