दुनिया के लिए मिसाल बनी दो बहनें, कोरोना संकट में ऐसे कर रहीं समाज की मदद

punjabkesari.in Sunday, May 24, 2020 - 11:22 AM (IST)

लुधियाना (विक्की): कहते हैं कि यदि आपके में कोई हुनर है तो आप अपनी मंजिल को हासिल कर सकते हो। इसी बात की मिसाल है लुधियाना के समग्र शिक्षा अभियान  के आई. ई. डी. कम्पोमेंट के अधीन चलाए जा रहे वोकेशनल प्रोजेक्ट में सिलाई सीखने वाली दो शारीरिक तौर पर असमर्थ बच्चियाँ, जिन्होंने अपने हुनर के साथ साबित कर दिखाया है कि विकलांगता उनकी सफलता के रास्ता का रोड़ा नहीं है।

सुनने और बोलने से असमर्थ दोनों बच्चियाँ खुशप्रीत कौर और मनदीप कौर की तरफ से लुधियाना (बिकी): कहते हैं कि यदि आपके में कोई हुनर है तो आप अपनी मंजिल को हासिल कर सकते हो। इस बात की मिसाल है लुधियाना के समगर शिक्षा अभ्यान के आई. ई. डी. कम्पोनेंट अधीन चलाए जा रहे वोकेशनल प्राजैकट में सिलाई सीखने वाली दो शारीरिक तौर पर असमर्थ बच्चियाँ, जिन्होंने अपने हुनर के साथ साबित कर दिखाया है कि विकलांगता उन की सफलता ही रास्ता का रोड़ा नहीं है।

दोनों बच्चियाँ खुशप्रीत कौर और मनदीप कौर की तरफ से कोविड–19 कारण ख़ुद बनाऐ मास्क की गुणवत्ता ने लोगों को इस कद्र प्रभावित किया कि गाँव के यूथ क्लब की तरफ से इन को 500 मास्क बनाने का आर्डर दे दिया। बता दें कि उपरोक्त दोनों सरकारी सीनियर सेकंडरी स्कूल सेहोड़ा में क्रमवार वीं और वीं क्लास की छात्राएँ हैं। पिछले दिनों इन्हों ने कोविड -19 कारण अपने हाथों के साथ मास्क तैयार करके अपने गाँठ पड़ोस के कुछ लोगों को बाँटे। उन की इस मेहनत की गाँव पद्धर पर खूब प्रशंसें हुई कि गाँव सेहोड़ा के यूथ क्लब की तरफ से इन बच्चियाँ को 500 मास्क बनाने का आर्डर दे दिया है।

आई. ई. डी. कोआरडीनेटर गुलज़ार शाह ने बताया कि समगर शिक्षा अभ्यान के अंतर्गत शारीरिक तौर पर असमर्थ बच्चों के लिए चलाए जा रहे वोकेशनल प्राजैकट के अंतर्गत ब्लाक डेहलों के सरकारी प्राथमिक स्कूल मांगेवाल में रिसोर्स रूम में भी वोकेशनल प्राजैकट चलाया गया है। जिस में गाँव सेहोड़ा की यह श्रवण और बोलने में असमर्थ लड़कियाँ खुशप्रीत कौर और मनदीप कौर को सिलाई का काम सिखायआ गया, जिस को इन्हों ने बहुत ही बुद्धिमता और समझदारी के साथ शिक्षा। नतीजा स्वरूप यह लड़कियाँ अब अपने आप लेडीज सूट और नाइट सूट तैयार कर रही हैं और अपने माँ बाप की मदद कर रही हैं।  में खुद बनाऐ मास्क की गुणवत्ता ने लोगों को इस कद्र प्रभावित किया कि गाँव के यूथ क्लब की तरफ से इन को 500 मास्क बनाने का आर्डर दे दिया। बता दें कि उपरोक्त दोनों सरकारी सीनियर सेकंडरी स्कूल सेहोड़ा में  दसवीं और नौवीं कक्षा की छात्राएँ हैं। पिछले दिनों इन्होंने कोविड -19 कारण अपने हाथो से मास्क तैयार करके अपने पड़ोस के कुछ लोगों को बांटे थे। उनकी इस मेहनत की गाँव में पर खूब प्रशंसा हुई कि गाँव सेहोड़ा के यूथ क्लब की तरफ से इन बच्चियाँ को 500 मास्क बनाने का आर्डर दे दिया है।

आई. ई. डी. के आरडीनेटर गुलज़ार शाह ने बताया कि समगर शिक्षा अभ्यान के अंतर्गत शारीरिक तौर पर असमर्थ बच्चों के लिए चलाए जा रहे वोकेशनल प्रोजेक्ट के अंतर्गत ब्लाक डेहलों के सरकारी प्राथमिक स्कूल मांगेवाल में रिसोर्स रूम में भी वोकेशनल प्रोजेक्ट चलाया गया है। जिस में गाँव सेहोड़ा की यह सुनने  और बोलने में असमर्थ लड़कियाँ खुशप्रीत कौर और मनदीप कौर को सिलाई का काम सिखाया गया, जिस को इन्हों ने बहुत ही बुद्धिमता और समझदारी के साथ सीखा। नतीजा स्वरूप यह लड़कियाँ अब अपने आप लेडीज सूट और नाइट सूट तैयार कर रही हैं और अपने माँ बाप की मदद कर रही हैं। 

Edited By

Tania pathak