पैरिस में 1.75 करोड़ में बिका चंडीगढ़ का हैरीटेज फर्नीचर

punjabkesari.in Sunday, Dec 01, 2019 - 09:20 AM (IST)

चंडीगढ़(राजिंद्र): शहर की हैरीटेज धरोहर की विदेशों में तस्करी रुकने का नाम नहीं ले रही है। इसका अंदाजा यहीं से लगाया जा सकता है कि शहर का हैरीटेज फर्नीचर एक बार फिर विदेश में नीलाम हुआ है। ली-कार्बूजिए के सहयोगी पियरे जेनरे द्वारा डिजाइन किए गए 6 हैरीटेज फर्नीचर को पैरिस में इस बार 1.75 करोड़ रुपए में नीलाम किया गया। इसमें पी.यू. की लाइब्रेरी का रीडिंग टेबल 89 लाख में बिका है। इसके अलावा कुर्सियां भी इस नीलामी में लाखों में बिकी हैं। 

ये सब ऐसे समय में हो रहा है, जब गृह मंत्रालय द्वारा हैरीटेज फर्नीचर की सेल और एक्सपोर्ट पर बैन लगाया हुआ है। फर्नीचर की नीलामी पर रोक लगाने के लिए केंद्र ने कई बार कदम उठाए, लेकिन हर बार सरकार और स्थानीय प्रशासन को विफलता ही हाथ लगी। एडवोकेट अजय जग्गा ने शहर के एडवाइजर और हैरीटेज आइटम प्रोटैक्शन सैल के चेयरमैन मनोज परिदा को भी इस संबंध में शिकायत दी है और हैरिटेज फर्नीचर की तस्करी पर रोक लगाने की मांग की है।

यू.के., यू.एस.ए. और फ्रांस की जांच एजैंसियों को शिकायत करनी चाहिए 
अजय जग्गा ने कहा कि चंडीगढ़ का हैरीटेज फर्नीचर अमरीका, कनाडा, जर्मनी, यू.के., ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और इजराइल समेत अन्य देशों में मौजूद है। इन देशों में भारतीय एम्बैसी को अलर्ट करना चाहिए। जग्गा ने बताया कि हैरीटेज फर्नीचर फर्जी दस्तावेजों की मदद से तस्करी के जरिए विदेश पहुंचा है। भारत से दूसरे देशों में जाने वाली इस तरह की आइटम के लिए आपातकालीन चैक रखने की जरूरत है। पिछले 6 साल की ट्रांजैक्शन की भी जांच होनी चाहिए। इस तरह की ऑक्शन रोकने के लिए दूसरे देशों के साथ कूटनीतिक विकल्पों का इस्तेमाल भी होना चाहिए। भारत सरकार को यू.के., यू.एस.ए. और फ्रांस की जांच एजैंसियों को भी शिकायत करनी चाहिए।

ये 6 आइटमें हुईं नीलाम

  • आर्म चेयर    10.67 लाख  
  • रीडिंग टेबल    89 लाख 
  • कंगारू चेयर    29.64 लाख 
  • लकड़ी का डैस्क    6 लाख
  • पी.जे. सोफा    14.23 लाख 
  • कुर्सियों का जोड़ा    11 लाख 

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Sunita sarangal