भारत-पाक तनाव से पंजाब बार्डर पर रुकी हैरोइन की तस्करी

punjabkesari.in Saturday, Mar 09, 2019 - 10:42 PM (IST)

अमृतसर (नीरज): पुलवामा आतंकवादी हमले के बाद भारत व पाकिस्तान के बीच पैदा हुए तनाव से पंजाब के पाकिस्तान से सटे 553 किलोमीटर लंबे बार्डर पर हैरोइन की तस्करी पर ब्रेक लग गई है। पाकिस्तान व भारत के सीमावर्ती इलाकों में सरगर्म तस्कर भी अंडरग्राउंड हो गए हैं। जानकारी के अनुसार केन्द्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से सीमावर्ती इलाकों में रैड अलर्ट जारी किए जाने के बाद जहां जल, थल व वायु सेना को हर पल तैयार रहने के आदेश दिए गए हैं तो वहीं सीमावर्ती इलाकों में बीएसएफ की गश्त व पुलिस की नाकाबंदी पूरी सख्ती के साथ हो रही है क्योंकि पाकिस्तान पर विश्वास नहीं किया जा सकता है। 

पाकिस्तानी वायु सेना जम्मू-कश्मीर में अपने एफ-16 की मदद से भारतीय सेना के ठिकानों को निशाना बनाने का असफल प्रयास कर चुकी है और वह कहीं से भी अपनी मूवमेंट कर सकती है इसको देखते हुए पंजाब जैसे मैदानी इलाकों में भी सेना और वायु सेना पूरी तरह से अलर्ट है। वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान ने भी फिरोजपुर व अमृतसर के आसपास के अपने इलाके में सेना की मूवमेंट को तेज कर रखा है जिसको देखकर फिरोजपुर के इलाके में तो गांवों में दहशत का माहौल है। पंजाब बार्डर में दोनों ही तरफ सेना की मूवमेंट व बीएसएफ और पाकिस्तान रेंजर्स की गश्त के चलते सीमावर्ती इलाकों में छिपे हैरोइन तस्कर अपनी गतिविधियों को अंजाम देने में असमर्थ हैं क्योंकि मौजूदा समय में तस्कर जरा सी भी मूवमेंट करते हैं तो पकड़े जाते हैं। पंजाब पुलिस की तरफ से भी सीमावर्ती इलाकों में अपनी नाकाबंदी को बढ़ा दिया गया है इसके अलावा पेशेवर तस्करों पर बाज जैसी नजर रखी जा रही है ताकि वह सीमावर्ती इलाकों में सेना व सुरक्षा एजैंसियों की गुप्त सूचनाएं पाकिस्तान तक न पहुंचा सकें।

सीमावर्ती गांवों में रात को लाइट्स जलाने की भी मनाही
हालांकि केन्द्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से ऐसा कोई आदेश नहीं है कि सीमावर्ती गांवों को खाली करवाया जाए या फिर रात के समय में लाइट्स आदि को बंद किया जाए लेकिन फिर भी माहौल को देखते हुए सीमावर्ती गांवों की पुलिस व अन्य सुरक्षा एजैंसियों की तरफ से पैट्रोल पंपों, व्यापारिक प्रतिष्ठानों व घरों में रात के समय में लाइट्स बंद रखने के ही निर्देश दिए जा रहे हैं। सीमावर्ती इलाकों में 1965 व 1971 की जंग देख चुके कुछ लोग तो अपने पुराने अनुभव को देखते हुए भी रात के समय में लाइट्स नहीं जगाते हैं क्योंकि रात के समय में जगाई गई लाइट्स दुशमन की हवाई हमले में मददगार साबित हो सकती है। रात के समय में बिल्कुल अंधेरा होने के कारण भी तस्करों को रास्ता ढूंढने में मुश्किल होती है।

गेहूं की खड़ी फसल की भी नहीं मिल रही आड़
पाकिस्तानी सीमा से सटे पंजाब बार्डर पर सरगर्म तस्करों को सर्द व धुंध वाली रात के अलावा गेहूं की खड़ी फसल की आड़ मिलती है क्योंकि खड़ी फसल में तस्कर आसानी के साथ छिप जाते हैं। बीएसएफ व अन्य सुरक्षा एजैंसियों के हैरोइन जब्त करने के आंकड़ों पर नजर दौड़ाएं तो पता चलता है कि सर्दी व गेहूं की खड़ी फसल के सीजन में तस्करों की गतिविधियां काफी तेज रहती है लेकिन इस बार यह गतिविधियां थमी हुई हैं क्योंकि तस्करों को फैंसिंग के पास खड़ी गेहूं की फसल व चयनित स्थानों तक जाने के लिए रोशनी नहीं मिलती है। पाकिस्तानी इलाके में भी सेना हर प्रकार की गतिविधियों पर नजर रख रही है।

जम्मू-कश्मीर बार्डर से तस्करी होने की संभावना
जहां एकतरफ पंजाब बार्डर पर भारत-पाक तनाव से तस्करी रुकी है तो वहीं जम्मू-कश्मीर बार्डर में बार्टर ट्रेड रुट्स व अन्य इलाकों से तस्करी होने की संभावना काफी बढ़ चुकी है हाल ही में पंजाब पुलिस की तरफ से जम्मू-कश्मीर से दिल्ली जा रही खाली वीडियो कोच बस के अन्दर से भारी मात्रा में चूरा पोस्त व अन्य नशीले पदार्थ जब्त किए जाने का मामला सामने आने के बाद यह संभावनाएं और ज्यादा तेज हो गई हैं क्योंकि इससे पहले भी एनसीबी, डीआरआई व जम्मूृ-कश्मीर पुलिस ने कश्मीर के आतंकवाद प्रभावित इलाके हंदवाड़ा व अन्य इलाकों में भारी मात्रा में हैरोइन जब्त की थी लगभग 200 किलो हैरोइन जम्मू-कश्मीर के इन इलाकों से ही एनसीबी व डीआरआई ने पकड़ी है। 
 

Mohit