कर्फ्यू व लॉकडाउन में भी आखिरकार कौन कर रहा हैरोइन की तस्करी?

punjabkesari.in Friday, Apr 17, 2020 - 04:33 PM (IST)

अमृतसर(नीरज): कोरोना वॉयरस के खिलाफ जारी जंग में देशभर में कर्फ्यू व लॉकडाउन चल रहा है कोई भी व्यक्ति एक स्थान से दूसरे स्थान पर नहीं आ जा सकता है ऐसे में बी.एस.एफ. की बी.ओ.पी. बुर्ज में 45 करोड़ की हैरोइन पकड़े जाने का मामला सामने आने के बाद सुरक्षा एजेंसियां भी सकते में हैं। सभी सुरक्षा एजेंसियों के मन में एक ही सवाल पैदा हो रहा है कि आखिरकार कर्फ्यू के इस माहौल में हैरोइन की तस्करी कौन कर रहा है और कैसे कर रहा है, जबकि किसानों को भी अभी एक दिन पहले ही अपने खेतों में जाने व गेहूं की खड़ी फसल की कटाई करने की सरकार की तरफ से इजाजत मिली है।

गेहूं की खड़ी फसल में आमतौर पर पंजाब बार्डर में हैरोइन तस्करों की गतिविधियां बढ़ जाती हैं क्योंकि पाकिस्तान की तरफ से भारतीय सीमा में हैरोइन फैंकने वाले तस्करों को खड़ी फसल की आड़ मिल जाती है, एक तस्कर खड़ा होकर आसानी के साथ बार्डर फैंसिंग के पास पहुंच सकता है और हैरोइन की खेप को फैंसिंग के पार भेज सकता है, लेकिन सामान्य हालात में व कफ्यूं के हालात में जमीन आसमान का फर्क है। मौजूदा समय में जहां पुलिस की तरफ से हर चौक चौराहे पर नाकाबंदी की गई है तो गावों में स्थानीय निवासियों को तरफ से ठीकरी पहरा दिया जा रहा है इन हालात में हैरोइन की सप्लाई किसको व कैसे की जानी थी यह किसी को समझ नहीं आ रहा है। जेलों से रिहा किए गए कैदी व हवालातिये भी बड़ा खतरा  हैरोइन तस्करी की बात करें तो पता चलता है कि कोरोना वॉयरस से बचाव के लिए अमृतसर केन्द्रीय जेल से 800 से ज्यादा कैदियों व हवालातियों को जमानत पर रिहा किया जा चुका है। इनमें से कुछ कैदी बड़े तस्करों के गुर्गे हैं या फिर खुद तस्करी कर रहे हैं। यह कैदी भी हैरोइन तस्करी के मामले में एक बड़ा खतरा हैं, लेकिन सवाल यह है कि कर्फ्यू के बीच हैरोइन जैसे मंहगे नशीले पदार्थ की होम डिलीवरी कौन कर रहा है।


एस.टी.एफ. के लिए रणजीत सिंह की गिरफ्तारी बनी चुनौती
पंजाब या फिर अमृतसर जिले में हैरोइन तस्करी की बात करें तो पता चलता है कि आईसीपी अटारी बार्डर पर पाकिस्तान से आयात किए गए नमक की खेप से 532 किलो हैरोइन व 52 किलो मिक्सड नॉरकोटिक्स पकड़े जाने के मामले में देश की सबसे बड़ी सुरक्षा एजेंसी एन.आई.ए. (राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी) भी 9 महीने के बाद भी इस केस के मोस्टवांटेड रणजीत सिंह चीते को गिरफ्तार नहीं कर पाई है जबकि 30 जून 2019 को कस्टम विभाग ने हैरोइन की सबसे बड़ी इस खेप को जब्त किया था। एन.आई.ए. ही नहीं बल्कि पुलिस जिसमें मुख्य रुप से एस.टी.एफ. के लिए भी रणजीत सिंह चीते को गिरफ्तार करना एक चुनौती बना हुआ है लेकिन चीता है कि किसी के भी शिकंजे में नहीं आ रहा है।

Vatika