जेल प्रशासन से असहयोग के कारण निराश लौटीं बहनें

punjabkesari.in Sunday, Aug 26, 2018 - 05:20 PM (IST)

फिरोजपुर (मल्होत्रा) : केन्द्रीय जेल में रक्षा बंधन के दिन अराजकता का माहौल देखने को मिला। जेल में बंदी भाइयों को बड़ी उम्मीद के साथ राखी बांधने आई बहनों को जेल प्रशासन के असहयोग के कारण निराश लौटना पड़ा। जिस भाई की एक से ज्यादा बहनें थीं, उनमें से सिर्फ एक को ही भीतर जाने और राखी बांधने की परमिशन दी गई जबकि अन्य को बाहर से ही वापिस लौटाया गया। 

हमारा नाम मत छापना नहीं तो भाइयों को चक्कियों में बंद कर देंगे
जेल प्रशासन की इस कार्यवाही संबंधी पंजाब केसरी ने जब निराश लौट रही कुछ महिलाओं से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि हमारा नाम मत छापना, वरना पहले से ही चर्चा में रहने वाले कुछ अधिकारी हमारे भाइयों को चक्कियों में बंद कर देंगे। उन्होंने कहा कि सुबह 8 बजे से धूप में भूखी प्यासी खड़ी हैं कि वह घड़ी आए जब अपने भाई को राखी बांध कर कुछ समय उसके साथ दुख दर्द बांटें, लेकिन पहली बार ऐसा हुआ है कि रक्षा बंधन के दिन भाई-बहनों के मिलने पर जेल प्रशासन ने पाबंदी लगा रखी है। 

इस बार पांच मिनट का समय मिला
इससे पहले हर रक्षा बंधन पर जेल विभाग द्वारा बहनों व भाइयों को मिलने एवं राखी बांधने के लिए खुला समय दिया जाता था, इस बार हर किसी को सिर्फ पांच-पांच मिनट के लिए राखी बांधने की अनुमति प्रदान की गई। सुबह 8 बजे से ही केन्द्रीय जेल में बहनों एवं बंदियों के परिजनों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया। जेल विभाग की ओर से 9 बजे मुलाकातें शुरू करवाईं गईं। जेल प्रशासन के इस रवैये से परेशान महिलाओं ने पंजाब केसरी को बताया कि वह कई सालों से अपने भाइयों को जेल में राखी बांधने आ रही हैं। 

इस बार लौटना पड़ा निराश होकर
उन्हें राखी के त्यौहार पर भाईयों से खुला समय मिलने और उनसे बातचीत करने की उम्मीद होती है लेकिन इस बार उन्हें निराश लौटना पड़ा। सिर्फ पांच-पांच मिनट मिलने के लिए दिए गए जो काफी कम समय है। 

देर सायं तक समय किया गया प्रदान
जेल के सहायक सुपरिटेंडेंट जीवन ठाकुर ने बताया कि विभाग उच्चाधिकारियों के आदेशों अनुसार हर किसी को राखी बांधने के लिए पांच-पांच मिनट का समय दिया गया है। शनिवार भी राखियां बांधने वालों को देर सायं तक समय प्रदान किया गया और आज भी सुबह 9 बजे से सायं 5 बजे तक बहनों को भाईयों से मिलने की परमिशन दी गई है। उन्होंने कहा कि पिछले माह जेल के सहायक सुपरीटेंडैंट भट्टी के सस्पैंशन के बाद इस बार फूंक फूंक कर कदम रखे जा रहे हैं और किसी प्रकार की ढील नहीं बरती जा रही। जेल अधिकारियों ने मीडिया से भी दूरी बनाए रखी और भीतर डयोढी में मीडिया को नहीं जाने दिया गया।

 

Des raj