नई चुनौती: होशियारपुर में मरीजों पर कोरोना के साथ डेंगू के अटैक का बढ़ने लगा है खतरा

punjabkesari.in Friday, Oct 09, 2020 - 05:16 PM (IST)

होशियारपुर (अमरेन्द्र मिश्रा): एक ओर जहां लोग इस समय कोरोना संक्रमण की चपेट में आने से पहले ही परेशान चल रहे थे वहीं अब नया संकट भी सामने आ रहा है। मौसम में बदलाव आने के साथ ही होशियारपुर में डेंगू मच्छर की डंक से अबतक 75 मरीज बीमार हो चुके हैं। इसमें एक ही मरीज कोविड-19 पॉजिटिव के साथ-साथ डेंगू से भी पीडि़त होने लगे हैं। ऐसे मरीजों का इलाज करने के लिए डॉक्टर्स के सामने एक नई चुनौती आ रही है। हालांकि डॉक्टर्स के मुताबिक इन केस में बहुत ज्यादा गंभीर मरीज नहीं आ रहे लेकिन आने वाले समय में स्थिति चिंताजनक हो सकती है। क्योंकि दोनों ही बीमारियों का इलाज अलग तरीके से होता है। 

कोरोना व डेंगू की चपेट में आई महिला की हो चुकी है मौत
होशियारपुर में संतोषजनक बात यह रही कि कोरोना व डेंगू के एकसाथ चपेट में आई महिला की अब मौत हो चुकी है। डॉक्टरों के अनुसार प्राइवेट हॉस्पिटल्स में कुछ दिनों में ऐसे मरीज सामने आ चुके हैं जिसे लुधियाना, अणृतसर व पी.जी.आई.रैफर किया गया है। ऐसे में चिंता बढ़ती जा रही है कि अगर इस तरह के मरीजों की गिनती में इजाफा हुआ तो इनका इलाज करने में भी उतनी ही चुनौतियां भी बढ़ती जाएंगी जिससे की हॉस्पिटल्स में भी बोझ बढ़ेगा और देरी से पहुंचने पर मरीज की जान को भी उतना ही खतरा भी रहेगा।

मच्छरों से होने वाली बीमारियां डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया खतरनाक
डॉक्टर्स के अनुसार ऐसे मरीज आ रहे हैं, जिनमें डेंगू और कोरोना दोनों ही पॉजिटिव पाए गए हैं लेकिन अभी तक बहुत गंभीर मरीज सामने नहीं आए हैं। लेकिन आने वाले समय में चुनौती बढ़ सकती है। कोविड में खून पतला करने वाली दवाई देनी होती है और डेंगू में खून पतला करने की दवाई नहीं दी जा सकती। डेंगू और कोविड-19 में तेज बुखार होता है ऐसे में फर्क करना मुश्किल है। मच्छरों से होने वाली तीन बीमारियां डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया खतरनाक हैं।

संदिग्ध मरीज द्वारा समय पर टेस्ट न कराना ही मुख्य कारण
डॉक्टरों के अनुसार जो मरीज पहले कोरोना पॉजिटिव रहा है वो आरटी-पीसीआर में 60 दिनों तक भी पॉजिटिव आ सकता है। लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि वो व्यक्ति कैरियर है। कोविड पॉजिटिव आने पर डेड सैल और जिंदा सेल दोनों ही शरीर में मौजूद रहते हैं। जब तक कि वो सेल पूरी तरह से खत्म नहीं हो जाते तो रिपोर्ट पॉजिटिव आ सकती है। ऐसे में अगर कोई मरीज आज डेंगू और कोरोना पॉजिटिव है तो उस मरीज को कोरोना का भी फ्रेश केस लेकर ही इलाज करना होता है।

कोरोना हल्के और डेंगू तेज बुखार से होता है शुरू
मैडीकल एक्सपर्ट डाक्टर्स के अनुसार कोरोना में हल्के बुखार से शुरुआत होती है। उसके बाद तेज, खांसी या गला खराब होता है। डेंगू में एकदम से तेज बुखार, शरीर में दर्द होता है। लोग बुखार होने पर डॉक्टर से संपर्क जरूर करें। ताकि डॉक्टर देख सकें कि उनका किस तरह से इलाज किया जा सकता है। 

क्या है डेंगू बीमारी के लक्षण
डेंगू बुखार के लक्षणों में एक साधारण बुखार होता है और किशोरों एवं बच्चों में इसकी आसानी से पहचान नहीं की जा सकती। डेंगू में 104 फारेनहाइट डिग्री का बुखार होता है, जिसके साथ इनमें से कम से कम दो लक्षण होते हैं- सिर दर्द, मांसपेशियों, हड्डियों और जोड़ों में दर्द, जी मिचलाना, उल्टी लगना, आंखों के पीछे दर्द, ग्रंथियों में सूजन, त्वचा पर लाल चकते होना आदि।

ऐसे करे डेंगू मच्छर की पहचान व करें बचाव
डेंगू मच्छर वर्षा ऋतु के दौरान बहुतायत से पाए जाते हैं। यह मच्छर प्राय: घरों स्कूलों और अन्य भवनों में तथा इनके आस-पास एकत्रित खुले एवं साफ पानी में अंडे देते हैं। इनके शरीर पर सफेद और काली पट्टी होती है, इसलिए इनको टाइगर (चीता मच्छर) भी कहते हैं। यह मच्छर ज्यादातर दिन के समय ही काटता है। डेंगू एक विषाणु से होने वाली बीमारी है जो एडीज एजिप्टी नामक संक्रमित मादा मच्छर के काटने से फैलती है। डेंगू एक तरह का वायरल बुखार है। डेंगू से बचाव के लिए लोगों को चाहिए कि अपने घर और आसपास किसी भी जगह पर साफ पानी जमा न करें। यहां तक कि पानी की टंकी को भी ढककर रखें। गमले में भी पानी न रहने दें। अगर कहीं पर पानी खड़ा है तो उसे नीचे गिरा दें।

डॉक्टर्स की सलाह, एहतियात रखने की जरूरत
डॉक्टर्स के अनुसार लोगों को चाहिए कि अगर वो अपना आरटी-पीसीआर टेस्ट नहीं करवाना चाहते तो एंटी-बॉडी टेस्ट तो जरूर करवाएं। इससे न सिर्फ बीमारी के बारे में जल्द पता चलेगा बल्कि उनके घरवाले और रिश्तेदार भी स्वस्थ रह सकेंगे और कोरोना को बढऩे से रोका भी जा सकेगा। हालांकि अभी तक बहुत गंभीर मरीज नहीं आए हैं। ऐसी स्थिति में लोगों को ज्यादा एहतियात रखने की जरूरत है।


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Mohit

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