Alert! साइलेंट किलर है हाइपरटेंशन, बढ़ सकता है गंभीर बीमारियों का खतरा
punjabkesari.in Monday, May 19, 2025 - 12:30 PM (IST)

संगरूर (सिंगला) : पूरे वर्ल्ड में हाइपरटेंशन या हाई ब्लड प्रेशर एक ऐसी बीमारी है, जिसे साइलेंट किलर भी कहा जाता है, क्योंकि इसकी एलार्मिंग फैक्टर बहुत कम होती है। दरअसल इसमें रक्त की धमनियों में खून के प्रवाह को बनाए रखने के लिए दिल को नौर्मल से ज्यादा काम करना पड़ता है, जिससे दिल कमजोर पड़ने लगता है।
स्थानीय किशनपुरा कॉलोनी में विश्व हाइपरटेंशन दिवस के अवसर पर पंजाब सरकार द्वारा राज्य पुरस्कार और श्री धन्वंतरि अवार्ड से सम्मानित प्राकृतिक चिकित्सक डॉ हरप्रीत सिंह भंडारी ने संबोधन करते हुए कहा कि हाइपरटेंशन को अगर सामान्य न बनाया जाए, तो कार्डियक अरेस्ट, स्ट्रोक, किडनी फैल्योर और कई बीमारियां होने का खतरा रहता है। डॉ. भंडारी ने कहा कि आज की बदलते लाइफस्टाइल की वजह से इस तरह के रोगों की संख्या ज्यादा है, जिसमें खान-पान और आराम लोगों को नहीं मिल पाता। लोग पूरे समय काम पर बिजी रहते है। प्रोसेस्ड फूड बाजार में आने से खाने में नमक की मात्रा में बढ़त होने की वजह से इस बीमारी में वृद्धि हुई है।
उन्होंने कहा कि नार्मल ब्लड प्रेशर 120/80 एमएम होता है, इससे अधिक होने पर हाइपरटेंशन होने का चांस रहता है। नार्मल रेंज से अधिक होने पर तुरंत डॉक्टर की सलाह लें, क्योंकि इसकी वजह आपकी स्ट्रेस, मोटापा, अधिक मात्रा में नमक खाने में लेना, नशे की लत का होना, धूम्रपान आदि हो सकता है। डॉ. भंडारी ने इसे कम करने के कुछ आसान टिप्स बताते हुए कहा कि ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए टहलना सबसे अच्छा विकल्प है, रोज टहलने और वर्कआउट करने से दिल का खून पंप करने की शक्ति बढ़ती है। उन्होंने बताया कि हमेशा विटामिन और मिनरल युक्त भोजन करें, लो कैलोरी और लो कार्ब डाइट ब्लड प्रेशर को कम करती है, हेल्दी फूड आपके अंगो को पोषण देती है।
डॉ. भंडारी ने कहा कि वह अपने सारे मरीजों को कहते हैं कि मोटापा हाइपरटेंशन के लिए सबसे खतरनाक होता है, सही वजन ब्लड प्रेशर को सही करने में भी सहायक होती है, इसलिए नियमित जीवन शैली, जिसमें सही डाइट और वर्कआउट का शामिल होना बहुत जरुरी होता है। उन्होंने कहा कि घरेलू नुस्खे डॉक्टर की सलाह से बहुत कारगर साबित हो सकते हैं। जैसे कि खाने में लहसुन का प्रयोग करें, इससे शरीर का रक्त संचार सही रहता है। मूली के पत्तों में एंटी हाइपरटेंशन के तत्व मौजूद होते है जो ब्लडप्रेशर को नियंत्रित कर दिल को मजबूत बनाता है। पालक में मौजूद नाइट्रेट ब्लडप्रेशर को कंट्रोल करने में लाभकारी होता है, इसे भोजन में शामिल करें। नंगे पांव हरी घास पर 10 से 15 मिनट चलने पर ब्लडप्रेशर नार्मल हो जाता है। डॉ. हरप्रीत सिंह भंडारी ने कहा कि अर्जुन की छाल में पाए जाने वाले औषधीय गुण आपको कई खतरनाक बीमारियों से बचाने में मदद करते हैं। इसका सेवन हाई ब्लड प्रेशर कम करने में भी सहायक हो सकता है।
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