बादल ने तोड़ी चुप्पी, कहा- बहबलकलां में गोली चलाने का आदेश मैंने कभी नहीं दिया

punjabkesari.in Saturday, Sep 01, 2018 - 10:56 PM (IST)

चंडीगढ़: पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने जस्टिस रंजीत सिंह आयोग की रिपोर्ट पर आज कई दिन के बाद चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि उन्होंने बहबलकलां में गोली चलाने के आदेश ही नहीं दिए। उन्होंने आज यहां कहा कि उन्हें खेद है कि मुख्यमंत्री अमरिन्दर सिंह ने विधानसभा में मेरे खिलाफ ऐसी घटिया भाषा का इस्तेमाल किया जो उनके पद की गरिमा तथा मान मर्यादा के खिलाफ है। बादल ने कहा कि जो लोग सिख धर्म के पैरोकार बनते हैं वे ही सदन से बाहर 72 घंटों में सिखों के कातिलों के पुतलों को हार डालते तथा श्रद्धांजलि देते देखे गए। ये लोग आपरेशन ब्लू स्टार करवाने वालों को सम्मान सहित बुलाते रहे तथा उन्हें क्लीन चिट दे गए।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि कैप्टन सिंह की ओर से उन्हें बुजदिल, बदमाश, झूठा और गैर भरोसेमंद कहना दुर्भाग्यपूर्ण है क्योंकि शब्दों में बड़ी ताकत होती है और बिना सोच समझे बोले गए शब्द इंसान को अर्श से फर्श पर गिरा देते हैं। उन्हें मुख्यमंत्री की शब्दावली से ठेस पहुंची है। उनसे ऐसी ही आस रखी जा सकती है। यदि मैं बुजदिल होता तो देश, प्रदेश तथा खालसा पंथ के हितों के लिए जेल न काटता।   

बादल ने कैप्टन सिंह को स्मरण कराया कि जिस पार्टी की सरकार की अगुवाई वो कर रहे हैं, वो पार्टी गुरू ग्रंथ साहिब, हरमंदिर साहिब तथा धार्मिक तथा ऐतिहासिक संस्थाओं के विरूद्ध दुनिया की सबसे बड़ी बेअदबी के पाप की भागी है। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 1984 में हरमंदिर साहिब पर टैंकों से हमला कराया था। बादन ने कैप्टन सिंह को चेतावनी दी कि वो पंजाब के अमन चैन तथा भाईचारे से खिलवाड़ न करें। कांग्रेस के कारण ही पंजाब आतंकवाद का दंश झेल चुका है। अब कोई नई आग लगाने की तैयारी न करो तथा पंजाब और पंजाबियों पर रहम करो। 

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री रहते उन्होंने जो कुछ किया केवल राज्य में अमन शांति तथा सांप्रदायिक सौहार्द को हर हाल में कायम करने के लिए किया। मेरा मन तथा आत्मा पूरी साफ है। मैं अय्याश किस्म के व्यक्ति की ओर से दी गईं किसी प्रकार की धमकियों से डरता नहीं क्योंकि मैंने पारदर्शिता, ईमानदारी, समर्पणभाव और जनता के प्रति जवाबदेही को देखते अपना धर्म निभाया । उन्होंने वर्ष 2015 में बेअदबी तथा उसके बाद अक्तूबर में गोलीकांड के बारे में टिप्पणी करते हुए कहा कि यह बेहद तकलीफदेह घटनाक्रम रहा जिसका मेरे मन पर भारी बोझ रहा और मैं उन रातों में सोया तक नहीं और जिला प्रशासन से लेकर डीजीपी से संपर्क में रहा ताकि किसी हालत में कानून व्यवस्था तथा भाईचारा भंग न हो।

Vaneet