सरकारी अस्पताल में इस इलाज के लिए आ रहे हैं तो जरूर पढ़ें यह खबर
punjabkesari.in Thursday, Jun 02, 2022 - 08:59 AM (IST)

लुधियाना(सहगल): कोरोना वायरस की महामारी के कारण लगे लॉकडाउन के बाद हालात सामान्य होने पर लोगों को कुत्तों के काटने की घटनाएं फिर से बढ़ गई है। सरकारी अस्पतालों में रेबीज के इंजेक्शन की शॉर्टेज के चलते लोगों को निजी अस्पतालों व क्लिनिको का रुख करना पड़ रहा है।
उल्लेखनीय है कि पिछले 4 सालों में 5 लाख लोगों को कुत्तों ने काटा है लुधियाना इस मामले में सर्वाधिक प्रभावित रहा है। राज्य में हर वर्ष 20 हजार के करीब लोगों की कुत्तों के काटने के कारण मौत हो जाती है। हालांकि सरकार द्वारा कुत्तों की स्टरलाइजेशन की कई स्कीमें शुरू की गई परंतु कोई भी योजना सिरे नहीं चढ़ सकी लिहाजा कुत्तों की जनसंख्या पहले से बढ़ गई। कई गैर सरकारी सरकारी संगठनों ने कुत्ता घर बनाने की बात कही उस पर भी किसी प्रकार का अमल नहीं हुआ लोगों को राहत देने के लिए सरकारी अस्पतालों में कुत्तों के काटने पर लगाए जाने वाले एंटी रेबीज के इंजेक्शन निशुल्क उपलब्ध कराने की व्यवस्था है।
परंतु कई सरकारी अस्पताल रेबज के इंजेक्शन का कुछ इंजेक्शन वीआईपी लोगों के लिए आरक्षित करके रखते हैं आम लोगों के लिए यह आउट ऑफ स्टॉक ही रहता है। लिहाजा उन्हें उपचार कराने के लिए निजी डॉक्टर के पास जाना पड़ता है जिससे उन पर आर्थिक बोझ बढ़ जाता है। स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने बताया कि मई माह तक 50 हजार से अधिक लोगों को कुत्तों ने काटा है परंतु इतने इंजेक्शन सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध नहीं थे इस सिलसिले में स्टेट प्रोग्राम अफसर फॉर रेबीज डॉ प्रीति से संपर्क नहीं हो सका दूसरी और कुछ अधिकारियों ने कई जिलों में इंजेक्शन की की बात कही है।