आप भी Study Visa पर जा रहे विदेश तो पढ़ें यह खबर

punjabkesari.in Wednesday, Feb 03, 2021 - 11:05 AM (IST)

लुधियाना(अमन): वर्क परमिट वीजे पर विदेश भेजने के बाद अब ट्रैवल एजैंटों ने विदेशों में पढ़ाई का सपना दिखाकर लोगों को ठगने का नया फंडा अपना लिया है और पुलिस के डर से वर्क परमिट की बजाय स्टडी वीजा को प्रोत्साहित किया जा रहा है। महानगर में ऐसे कई स्टडी वीजा के नाम इंस्टीच्यूट खुले हुए हैं जो लोगों को सोशल मीडिया के जरिए कपनी की प्रोमोशन करके अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं। ऐसे में स्टडी वीजा लगवाने की बात कहकर वो ग्राहकों से लाखों रुपए एडमिशन के नाम पर पहले ही ऐंठ रहे हैं और बाद में पैसे रिफंड होने की बात कहकर डकार जाते हैं। बात सिर्फ रुपयों तक ही सीमित नहीं होती बल्कि यहां वो यूथ को लुभावने सपने दिखाकर उनके भविष्य से भी खिलवाड़ कर रहे हैं। जिससे वह अपनी पढ़ाई ही नहीं कर पाते। वहीं पुलिस की तरफ से भी जो रवैया देखने को मिलता है वो भी काफी निराशाजनक होता है। शिकायतों पर कार्रवाई के नाम पर महीनों तक इंक्वायरी चलती है, लेकिन पर्चे करवाने में पीड़ित पक्षों की एड़ियां तक घिस जाती है। पुलिस के आंकड़ों की बात करें तो पिछले वर्ष में सैंकड़ों मामले दर्ज किए गए। लेकिन अभी तक किसी भी मामले में पुलिस द्वारा किसी ट्रैवल एजैंट की गिरफ्तारी तक नहीं की गई।

कई एजैंटों ने खोल रखे है स्टडी वीजा के दफ्तर
पुलिस व प्रशासन के आंकड़ों की बात करें तो लुधियाना में इमीग्रेशन कंसल्टैंट व ट्रैवल एजैंट्स का आंकड़ा 1500 से ज्यादा की है। इसमें से 800 के करीब ऐसे है, जिनके पास लाइसैंस है, अन्यथा बाकी के फर्जीवाड़े से ही दफ्तर खोलकर बैठे है। ये वहीं एजैंट्स है, जोकि लोगों को अपना शिकार बनाकर ठगी कर रहे हैं। उधर, पुलिस का मानना है कि ट्रैवल एजैंट्स पर सख्ती की जा रही है। जैसे ही शिकायतें मिल रही हैं, उनके खिलाफ पर्चे भी दर्ज किए जा रहे हैं।

एजैंटों के चक्कर में बर्बाद हो रहा यूथ का करियर
एजैंटों के चक्कर में युवा न तो देश में एडमिशन ले पाते हैं, न ही विदेश में स्टडी कर पाते हैं। जिसके कारण उनका भविष्य बर्बाद होने की कगार पर पहुंच जाता है।

पढ़ाई और रुपयों दोनों का होता है नुक्सान
फर्जी ट्रैवल एजैंट्स का धंधा इन दिनों स्टडी वीजा से ही चल रहा है। गांवों के लोग अक्सर उनका शिकार होते हैं। आस्ट्रेलिया और कनाडा में पढ़ाई के नाम पर ये लोगों को वहां के कॉलेज व यूनिवर्सिटी की फीस 13 से 16 लाख रुपए बताते है, जोकि बाद में रिफंड करने की बात भी कहते है। बस यहीं से विजिटरों को बेवकूफ बनाने का काम शुरू होता है और साल भर तक लोगों को रिफंड के नाम पर चक्कर पे चक्कर लगवाते हैं और बाद में उनके रुपए देने से भी मुकर जाते है।

इन जगहों पर खुले है स्टडी वीजा आफिस
स्टडी के नाम पर विदेश भेजने के लिए उक्त एजैंटों ने पॉश एरिया में अपने दफ्तर खोले हुए जैसे सराभा नगर, माडल टाऊन, फिरोज गांधी मार्कीट, हम्बड़ा रोड, चंडीगढ़ रोड, दुगरी इत्यादि।

इन बातों का रखे ध्यान
सबसे पहले कंसल्टैंट एजैंसी की मान्यता को ऑनलाइन चैक करें, फीस एजैंट को देने की बजाय, खुद फीस ऑनलाइन संबंधित विदेशी कॉलेज के खाते में अपने खाते से ट्रांसफर करें। अगर एजैंट करें तो उसकी स्लिप लें। किसी सादे कागज पर हस्ताक्षर करके न दें। जिस कॉलेज में एजैंट एडमिशन करवा रहा है, उसे ऑनलाइन चैक करें कि वो कॉलेज है भी या सिर्फ 2 कमरों में बना ऑफिस तो नहीं है।

फर्जी ट्रैवल एजैंटों के खिलाफ होगी कार्रवाई : डी.सी.
इस संबंध में बात करने पर डिप्टी कमिश्नर लुधियाना वरिन्द्र शर्मा ने कहा कि पुलिस प्रशासन द्वारा ट्रैवल एजैंटों के विरुद्ध मुहिम छेड़ी हुई है। अगर फिर कोई स्टडी वीजा की आड़ में युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करता है तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी। रही बात स्टडी वीजा के नाम सैंटर बिना लाइसैंस के खुले होने की उनको भी टीम द्वारा चैक करवाया जाएगा। लाइसैंस शुदा स्टडी वीजा एजैंटों का लेखा-जोखा चैक किया जाएगा कि वह वाकई में लाइसैंस का दुरूपयोग तो नहीं कर रहे है। उन्होंने लोगों से ठगी करने वाले फर्जी ट्रैवल एजैंटों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।


 


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