आपके Whatsapp पर आए शादी का कार्ड तो सावधान!
punjabkesari.in Thursday, Nov 06, 2025 - 09:16 PM (IST)
पंजाब डैस्क : आज का समय बदल रहा है और उसके साथ हमारी सामाजिक परंपराएँ भी। एक समय था, जब विवाह का निमंत्रण हाथ से दिया जाता था, मगर अब यही निमंत्रण प्रक्रिया अब एक व्हाट्सऐप मैसेज या सोशल मीडिया लिंक बनकर रह गया है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इसी डिजिटल सुविधा के सहारे साइबर अपराधी आपकी निजी जानकारी हैक कर सकते हैं? दरअसल इस तकनीकी बदलाव की आड़ में अब साइबर अपराधियों ने नया रास्ता खोज लिया है — वे इन डिजिटल निमंत्रणों को ही ठगी का हथियार बना रहे हैं। साइबर विशेषज्ञों के अनुसार, हाल के महीनों में कई लोगों को ऐसे फर्जी डिजिटल शादी कार्ड मिले हैं जो असल में मैलवेयर फाइल्स (APK) होती हैं।
शुरुआत में ये कार्ड देखने में बेहद असली लगते हैं—रंग-बिरंगे डिज़ाइन, संगीत और “आप सादर आमंत्रित हैं” जैसे आकर्षक संदेश। पर जैसे ही व्यक्ति इस कार्ड को खोलता है, उसका स्मार्टफोन हैक हो जाता है। फोन में एक छिपा वायरस डाउनलोड हो जाता है, जो यूज़र की गैलरी, कॉल रिकॉर्ड्स, मैसेज और बैंकिंग ऐप तक पहुँच बना लेता है। कुछ ही मिनटों में ओटीपी चोरी, बैंक अकाउंट से ट्रांज़ैक्शन, और डेटा लीक जैसी घटनाएं सामने आती हैं।
इस तरह से डिजिटल युग की सुविधा अब कई मामलों में धोखे का नया माध्यम बन चुकी है। सुरक्षा विशेषज्ञों के मुताबिक, हाल के दिनों में फेक डिजिटल इनविटेशन की शक्ल में भेजी गई एपीके (APK) फाइलें सीधे स्मार्टफोन में घुसपैठ कर रही हैं और उपयोगकर्ताओं की निजी जानकारियाँ, बैंकिंग पहुँच और मैसेजर डेटा छीन ली जा रही है।
साइबर ठग पहले भरोसा जीतते हैं और फिर यूजर को लिंक/फाइल डाउनलोड करने के लिए कहा जाता है (जैसे “विवाह कार्ड डाउनलोड करें”)। डाउनलोड के साथ एक एपीके फाइल या छिपा इंस्टॉलर फोन में उतर आता है। यूजर जैसे ही फाइल खोलता/इंस्टॉल करता है, फोन में रैनसमवेयर/ट्रोजन/स्पाईवेयर इंस्टॉल हो जाता है। हैकर इस तरह से कॉल लॉग, गैलरी, मैसेजेस और OTP-आधारित बैंकिंग ऐप तक पहुँच हासिल कर लेते हैं।
अतः सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि “किसी भी अज्ञात स्रोत से आई APK या एक्सीक्यूटेबल फ़ाइल कभी भी इंस्टॉल न करें।” “डिजिटल कार्ड के साथ मिलने वाले लिंक/फाइल की वैरिफिकेशन ज़रूरी है — भेजने वाले से कॉल कर पुष्टि करें।”

