CBI की जांच में बढ़ सकती हैं IG गुरिंद्र सिंह ढिल्लों की मुश्किलें

punjabkesari.in Tuesday, Aug 21, 2018 - 11:10 AM (IST)

अमृतसर,(इन्द्रजीत): पंजाब पुलिस फिरोजपुर डिवीजन के पूर्व आई.जी. रहे गुरिंद्र सिंह (जी.एस.) ढिल्लों के तबादले के बाद भी उनकी मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। केस की जांच के बीच हालांकि आई.जी. और अन्य सूत्रों ने इस कांड से किसी भी संलिप्तता से इंकार करने का दावा किया, लेकिन केंद्रीय अन्वेंशन प्रकोष्ठ (सी.बी.आई.) ने अपने जांच के पहले ही चरण में इस मामले की पूरी कडिय़ां जोड़ दी हैं जिससे मामला साफ होता दिखाई दे रहा है।

क्योंकि इस मामले में जिस प्रकार सी.बी.आई. ने अपनी सतर्कता दिखाई है उसमें आई.जी. गुरिंद्र सिंह ढिल्लों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। सूत्रों के अनुसार इस मामले में सी.बी.आई. फोन कॉल डिटेल की जिस प्रकार से कडिय़ां जोड़ रही है इससे कई रहस्योद्घाटन हुए हैं और आने वाले समय में शीघ्र ही कई अन्य रहस्य भी उजागर होंगे। जांच के बीच इस मामले में शिकायतकत्र्ता बने पूर्व एस.एस.पी. शिव कुमार शर्मा पुत्र जगमोहन लाल शर्मा निवासी लुधियाना ने 13 अगस्त को सी.बी.आई. को दी गई शिकायत में तत्कालीन आई.जी. फिरोजपुर रेंज गुरिंद्र सिंह ढिल्लों पर उसे फंसाने के आरोप लगाए हैं। इस कथित रिश्वत प्रकरण में बिचौलिए बने अशोक गोयल का शिव कुमार के साथ फोन पर वार्तालाप काफी महत्वपूर्ण है। इस वार्तालाप के बीच जितना आत्मविश्वास बिचौलिए ने दिखाया है, इस केस में बहुत मायने रखता है। 

आई.जी. ढिल्लों के विदेश निकलने की चर्चा

शनिवार की रात्रि विश्वसनीय सूत्रों द्वारा उक्त अधिकारी के विदेश निकल जाने के प्रयास की सूचनाएं मिल रही थीं कि किसी भी समय वह देश से बाहर जा सकते हैं। बाद में तो यह चर्चा रविवार को काफी आगे बढ़ी किन्तु इसकी पुष्टि नहीं हो सकी।

वार्तालाप के अंश इस प्रकार हैं -

अशोक गोयल: हैलो।
शिव कुमार : हांजी भरा जी क्या हाल है।
अशोक गोयल : हांजी पैरी पैना जी ठीक है।
शिव कुमार : जिऊंदे रहो चढ़दी कला।
अशोक गोयल : हांजी हांजी बिल्कुल। 
शिव कुमार : वीर जी सवेरे आया सी अशोक थापड़ जी दा फोन। मैं ऊना नू दस दिता। 
अशोक गोयल : दसदा तूहानूं फिर बीज़ी सी। 
शिव कुमार : हां ते फिर की प्रोग्राम है तुहाडा।
अशोक गोयल : सानूं दस दिओ कल दा ही प्रोग्राम दिऊ हुन तां शाम नूं मुश्किल है। 
शिव कुमार : हां ठीक है। 
अशोक गोयल : कल मैं दस दिंदा जिंदा उना ने फोन कर किने बजे तुहानू करां मैं तुहानू कर लवांगा
शिव कुमार : तुहाडे मुताबिक मैं 17 दे 17 लख इकट्ठे कर लए ने शाम तक जिहड़ा माडा-मोटा रहंदा उह वी पूरा हो जाऊगा ठीक है।
अशोक गोयल : सवेरे सवेरे रिंग करके चलांगा जी। 
शिव कुमार : नई पहले तुसी गल सुनो तुसी ढिल्लों साहिब नाल गल करली सारी। 
अशोक गोयल : करली करली करली। 
शिव कुमार : क्योंकि मैं हुण ऐनी अमाऊंट इकट्ठी कर लई हैगी थाड़ा बहुत क्लीयरैंस लै लो उना दा। 
अशोक गोयल : नी नी क्लीयरैंस है ओ ता कोई गल नहीं बिल्कुल वी मैं दस ता मेरे कोल तां आगे सारे मैं तां एह कहता उना नू। 
शिव कुमार : चलो ठीक है जे तुहाडी तसल्ली है तां फिर तुहाडे ते डिपैंड करांगा। 
अशोक गोयल : नी नी पूरी तसल्ली है कोई भाई साहिब बिल्कुल वी सोचन दी लोड़ नहीं है।
शिव कुमार : देखो जिदन तुसीं आऊंदे हो मैनू जिहड़ा शुक्रवार नूं केहा सी मैनू बिल्कूल ठीक लगा तुहानू किहा वी सी घंटे ढेड़ घंटे छड देनगे तुहानू कहन दे मुताबिक ही मैनू ढेड़ घंटे विच रिलिव करता सी, चा-चू पिलाई सी अते एह वी किहा सी कि मान-आदर कीता उना ने मेरे खयाल विच आई.जी. दा फोन आ गया सी। 
अशोक गोयल : नी नी कोई गल नहीं कोई होवेगी मैं तुहानू दसता है ऊथे कल वी गल होई सी कल सीता रमण आई होई सी तां करके बिजी सी उह। 
शिव कुमार : ठीक है ते आपां कल नूं किथे मिलिए।
अशोक गोयल : मैं सवेरे रिंग कर लवांगा जिथे तुसी कहोगे असीं आ जावांगे। 
शिव कुमार : उथे किहड़ा होटल सी जिथे आपां परसों मिलेसी। 
अशोक गोयल : रामा रामा .... रामा (काल्पनिक)
शिव कुमार : ना ना ता तुसी लिआए सी तुसी इधर वाले पासे जिहड़ा पैंती आला सीगा परम इन (काल्पनिकनाम)
अशोक गोयल : हां हां परम ...परम ... सीगा 
शिव कुमार : परम इन है ना ऊथे आ जाओ तूसी, इदा करिओ जे रामा आ जाओगे ता सानू फोन कर दियो असी ऊथे आ जवांगे। 
अशोक गोयल : ठीक है जी। 
शिव कुमार : ठीक है जी तुसी सीधा परम इन आ जाओजी।  
अशोक गोयल : फोन कर लवांगे पहुंच के जिथे तुसी कहोगे। 
शिव कुमार : परम इन च सोखा रहंदा है।
अशोक गोयल : ठीक है जी।
शिव कुमार : ठीक है जी कल 11 तो 12 वजे मिलदे हांउथे। 
अशोक गोयल : ठीक है जी ठीक है।
शिव कुमार : थैंकयू थैंकयू जी वैरी मंच जिंदाबाद।
अशोक गोयल : थैंकयू। 

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