सिद्धू ने चंडीगढ़ की बैठक में दिए निर्देश, 97 अवैध कालोनियों पर एक्शन होगा ही होगा

punjabkesari.in Thursday, Jun 21, 2018 - 10:19 AM (IST)

जालंधर (खुराना): पंजाब के लोकल बाडीज मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने पिछले सप्ताह शहर का अचानक दौरा करके अवैध रूप से बनी बिल्डिंगों व अवैध कालोनियों पर जो छापेमारी की थी उसे लेकर शहर में बना दहशतपूर्ण माहौल अगले 15 दिन भी कायम रहने की आशा है क्योंकि आज चंडीगढ़ में हुई एक उच्च स्तरीय बैठक के दौरान मंत्री नवजोत सिद्धू ने स्पष्ट इशारा दिया कि शहर की 97 अवैध बिल्डिंगों व अवैध कालोनियों पर कार्रवाई होगी ही।

गौरतलब है कि इन दिनों नवजोत सिद्धू के एक्शन में कई तरह की कमियां निकाली जा रही हैं और कांग्रेस में ही 2 ग्रुप बन गए हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव सिर पर देख कर पार्टी में फूट से ङ्क्षचतित वर्तमान सांसद चौ. संतोख सिंह ने विधायकों परगट सिंह, बावा हैनरी, राजेन्द्र बेरी तथा मेयर जगदीश राजा को साथ लेकर आज चंडीगढ़ में नवजोत सिद्धू से जो बैठक की उससे स्पष्ट हो गया कि आने वाले 15 दिन न केवल जालंधर शहर के लिए दहशतपूर्ण रहेंगे बल्कि इन्हीं 15 दिनों के बाद नगर निगम के संबंधित अधिकारियों पर भी एक्शन संभावित है। माना जा रहा है कि नवजोत सिद्धू अवैध बिल्डिंगों व अवैध कालोनियों बारे निगम से पूरी रिपोर्ट मंगवा कर उसके आधार पर बिल्डिंग विभाग के अधिकारियों पर निलंबन तथा चार्जशीट जैसी कार्रवाई करेंगे।

प्राप्त जानकारी के अनुसार नवजोत सिद्धू के पास शिकायत के रूप में 97 अवैध बिल्डिंगों तथा अवैध कालोनियों की शिकायत पहुंची थी जिसे लेकर वह किसी को बिना बताए जालंधर रवाना हो गए थे। इसी लिस्ट के आधार पर सिद्धू ने उस दिन करीब 35 बिल्डिंगों पर छापेमारी की, जिस दौरान लगभग सभी बिल्डिंगों व अन्य मौकों पर भारी अनियमितताएं पाई गईं। बिल्डिंग विभाग की घोर नालायकी को देख कर उस दिन जहां नवजोत सिद्धू खुद हैरान हुए वहीं चंडीगढ़ से आई टीम भी इतने बड़े स्तर पर हो रहे स्कैंडल को देख कर हैरान रह गई।

अब माना जा रहा है कि नवजोत सिद्धू द्वारा 64 अन्य अवैध बिल्डिंगों व अवैध कालोनियों की जांच अगले 15 दिनों के भीतर करवाई जाएगी जिस कारण शहर की कई अन्य अवैध बिल्डिंगों व कालोनियों पर भी गाज गिरने की संभावना है। सिद्धू के तेवरों से स्पष्ट है कि जो बिल्डिंग या कालोनी रैगुलर हो सकती है उसे तोडऩे से बचा लिया जाए और जहां नियमों की जबरदस्त धज्जियां उड़ी हैं, वहां कार्रवाई अवश्य की जाए।

Anjna