अवैध खनन पर प्रशासन के सारे दावे खोखले,रेत के खेल में सब गोलमाल

punjabkesari.in Monday, Mar 19, 2018 - 07:42 AM (IST)

जलालाबाद (गोयल): जिला प्रशासन द्वारा अवैध खनन के रोकने के किए जा रहे दावों के बीच ‘रेत का खेल’ लगातार जारी है। ‘पंजाब केसरी’ द्वारा की गई जांच-पड़ताल के बाद और खदानों के किए गए दौरे के बीच बात सामने आई कि वास्तव में अभी तक अवैध खनन का ‘काला खेल’ बंद नहीं हो सका है। हालांकि जिला प्रशासन अवैध माइनिंग पर लगाम कसने के दावे करते हुए नहीं थक रहा है लेकिन ये दावे बिल्कुल खोखले हैं।

फाजिल्का व जलालाबाद में ज्यादा माइनिंग
‘पंजाब केसरी’ द्वारा जुटाई गई जानकारी के अनुसार फाजिल्का जिले में फाजिल्का, जलालाबाद व गुरुहरसहाय में रेत की माइनिंग की जा रही है जिसमें फाजिल्का व जलालाबाद में रेत की खदानें ज्यादा हैं। राजस्थान को सप्लाई की जाने वाली अधिकांश रेत फाजिल्का व जलालाबाद से ही भेजी जाती है। 

सुखबीर बादल के क्षेत्र में अवैध खनन
‘पंजाब केसरी’ द्वारा विभिन्न खदानों के दौरों के दौरान पाया गया कि पूर्व उपमुख्यमंत्री व मौजूदा विधायक सुखबीर सिंह बादल के विधानसभा क्षेत्र जलालाबाद में अवैध खनन का कार्य जोरों पर चल रहा है। हालांकि इस संदर्भ में पुलिस व प्रशासन के जिला अधिकारियों का कहना है कि फाजिल्का जिले में अवैध माइनिंग करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई की जा रही है।

रेत के दाम किए दोगुने
क्षेत्र में अवैध माइनिंग रुक पाई है या नहीं, यह अलग बात है लेकिन ठेकेदारों ने रेत के दामों में अवश्य बढ़ौतरी कर दी है और रेत को अब करीब दोगुने दाम पर बेचा जा रहा है। जानकारी के अनुसार जलालाबाद क्षेत्र में रेत से भरी जो ट्राली कुछ दिन पहले 5 हजार रुपए में मिलती थी जो अब 8000 रुपए के करीब मिल रही है। 

सरकार की कथनी व करनी में फर्क : सुखबीर बादल
इस संबंधी जलालाबाद के विधायक सुखबीर सिंह बादल से संपर्क करने पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार की कथनी व करनी में फर्क है। चुनावों के समय कैप्टन सरकार ने कई वायदे किए थे लेकिन एक वर्ष बीतने के बाद भी सरकार ने एक भी वायदा पूरा नहीं किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार की लापरवाही तथा नरमी का नतीजा है कि आज भी पूरे पंजाब में अवैध खनन जोरों पर जारी है।  

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