चंद्रशेखर मरवाहा के IJM ग्रुप और मनमोहन के सैफरॉन मॉल समेत कई जगह इनकम टैक्स की छापेमारी

punjabkesari.in Friday, Oct 30, 2020 - 04:50 PM (IST)

जालंधर (मृदुल): इनकम टैक्स की इंवैस्टिगेशन टीम ने आज नकोदर स्थित सिगरेट बीड़ी के मैन्युफैक्चरर चंद्रशेखर मरवाहा के आई.जे.एम. ग्रुप (मरवाहा ग्रुप) पर छापामारी कर सर्च की। खबर लिखे जाने तक सर्च जारी थी। आधिकारिक सूत्रों की मानें तो यह सर्च 2 से 3 दिन तक चलने की संभावना है। सुबह साढ़े 7 बजे आई टीम ने मरवाहा ग्रुप के मालिक चंद्रशेखर के घर व अन्य ठिकानों पर छापेमारी की है। वहीं मरवाहा ग्रुप के साथ-साथ सैफरॉन मॉल के मालिक मनमोहन और लुधियाना स्थित हैवी डार्ट नामक कंपनी पर भी रेड की गई है, जहां भी सर्च जारी है। अधिकारियों की मानें तो तीनों रेड आपस में मिली-जुली हैं, क्योंकि तीनों कारोबारियों का आपस में कारोबारी लेन-देन है। हालांकि विभाग ने मारवाहा के कपूरथला, फगवाड़ा, पटियाला सहित कुल 35 जगह पर रेड की गई है। हालांकि सैफरॉन मॉल से भी दस्तावेजों को टीम ने जब्त किया है।

विभाग के विश्वसनीय सूत्रों ने नाम नहीं बताने की शर्त पर बताया कि विभाग के पास चंद्रशेखर मरवाहा के ट्रांजैक्शन के बारे इनपुट आए थे। इसके बाद से इनकम टैक्स की इंवैस्टिगेशन टीम उनकी प्रॉपर्टी व कैश ट्रांजैक्शन पर नजर रखे हुए थी। मरवाहा ग्रुप का मूल कारोबार तो सिगरेट, बीड़ी मैन्युफैक्चरिंग ही है मगर दूसरी ओर उनकी कई बेनामी संपत्ति व पैसे को उन्होंने प्रॉपर्टी, शेयर बाजार व कारों में भी इन्वैस्ट किया हुआ है। आज की तारीख में मरवाहा ग्रुप रियल इस्टेट के कारोबार पर ज्यादा ध्यान दे रहा है, जिसको लेकर कई संपत्तियों के बारे पता चला था। वहीं इंवैस्टिगेशन टीम को जांच के दौरान मरवाहा ग्रुप के कई कार्यालयों में से ऐसे दस्तावेज मिले हैं, जोकि कई सवाल खड़े कर रहे हैं।

सूत्रों की मानें तो मरवाहा ग्रुप के कई दफ्तर हैं, जिनमें सिगरेट बीड़ी के कारोबार के साथ-साथ कारों के शोरूम भी हैं। जैसे मारुत्ति, टोयोटा व अन्य रियल इस्टेट ऑफिस। टीम द्वारा नैशनल हाईवे पर स्थित मरवाहा ऑटो पर भी सर्च की गई। जहां से रिकॉर्ड जब्त किया गया है। लुधियाना स्थित उनके टोयोटा शोरूम व आर्किटैक्ट्स के शोरूम में भी सर्च की गई है।

ड्राइवर, आर्किटैक्ट से लेकर कपूर नामक शख्स के घर भी सर्च!
पता चला है कि मरवाहा ग्रुप के मालिक के पर्सनल ड्राइवर, उनके रियल इस्टेट कारोबार के लुधियाना रहते 2 आर्किटैक्ट के घर भी इनकम टैक्स की सर्च चल रही है। क्योंकि उन्हें शक है कि इनके सारे पैसों की कमाई के पीछे उक्त लोग मुख्य जानकार हैं। वहीं सूत्रों की मानें तो तथाकथित तौर पर नकोदर स्थित एक कार बाजार के मालिक के साथ मरवाहा की पार्टनरशिप है, जोकि पुरानी कारों की सेल परचेज का कोराबार करते हैं।

नकोदर के कपानियां मोहल्ले से जालंधर आकर वर्चस्व कायम किया, शॉपिंग मॉल्स समेत बहुचर्चित मैनब्रो भी खरीदा
जिक्रयोग है कि मरवाहा ग्रुप के मालिक चंद्रशेखर मरवाहा काफी छोटे स्तर पर सिगरेट बीड़ी बेचते थे। उसके बाद देखते ही देखते उन्होंने तंबाकू की मैन्युफैक्चरिंग से लेकर हर तरह के ब्रांड की सिगरेट बनानी शरू कर दी। डिस्ट्रीब्यूटरशिप के साथ-साथ खुद का देसी ब्रांड भी मैन्युफैक्चर करते हैं। देखते ही देखते करीब पिछले 5 सालों में नकोदर से जालंधर शहर आकर मॉडल टाऊन स्थित कोठी तक बनाई। इतना ही नहीं इसके साथ शहर में कई शॉपिंग कॉम्पलेक्स के साथ-साथ शहर की बहुचर्चित मैनब्रो भी खरीद लिया। करोड़ों रुपए की जायदाद बनाने के बाद शहर में वर्चस्व कायम किया है।

दिल्ली, चंडीगढ़ समेत जालंधर शहर की कई प्राइम लोकेशन पर हैं मरवाहा ग्रुप की प्रॉपर्टीज
बता दें कि मरवाहा ग्रुप की दिल्ली, चंडीगढ़, लुधियाना समेत जालंधर शहर की काफी प्राइम लोकेशन पर प्रॉपर्टी हैं। चंडीगढ़ में इनका फार्म हाउस भी बताया जाता है, जोकि काफी प्राइम लोकेशन पर है। जालंधर सबसे पहले नामदेव चौक के पास स्थित एक प्रॉपर्टी है और उसी के साथ साथ 66 फुटी रोड पर स्थित फ्लैट्स व नकोदर रोड पर स्थित काफी प्रॉपर्टी खरीद रखी है, जिसको लेकर मरवाहा ग्रुप के जानकार बताते हैं कि उक्त ग्रुप पिछले करीब 5-7 सालों में ही इतनी प्रॉपर्टी का मालिक बना है।

मरवाहा ग्रुप पर रेड के साथ-साथ कई अफसरों को भी हो रही चिंता
मरवाहा ग्रुप पर सर्च के बाद से शहर के कई अफसर भी चिंता में आ गए हैं। क्योंकि मरवाहा ग्रुप की अफसरशाही में अच्छी जान-पहचान के चलते इनके कोई भी सिगरेट से भरे ट्रक रोके नहीं जाते। हालांकि जानकार तो इतना तक बताते हैं कि अगर रूटीन में इनकी फैक्टरी तक में जाना हो तो आम आदमी से लेकर अफसरों तक की पहले चैकिंग होती है और बाद में एंट्री मिलती है, जिसके कारण कई अफसर जो उक्त कारोबारियों के नजदीकी बताए जाते हैं, वह चिंता में नजर आ रहे हैं।

कारों का भी है शौक, इसलिए चंडीगढ़ समेत अन्य राज्यों में खोले हैं कारों के शोरूम
शहर की एक प्रमुख बिजनैस क्लास फैमिली ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि मरवाहा ग्रुप के मालिक चंद्रशेखर मरवाहा को महंगी गाड़ियों का शौक है। उनके बेटे भी काफी महंगी गाड़ियों को चलाना पसंद करते हैं। इस कारण पिता द्वारा मरवाहा ऑटो नामक चंडीगढ़ समेत अन्य राज्यों में भी शोरूम खोले गए हैं। जालंधर में (मारुत्ति सुजुकी) व लुधियाना में टोयोटा के शोरूम भी खरीदे गए हैं। जहां लोग ब्रांड न्यू गाड़ियां खरीदते हैं। बताया जाता है कि उक्त इनकम टैक्स की कार्रवाई सीधा दिल्ली दफ्तर से आए आदेशों के कहने पर हुई है।

Sunita sarangal