प्याज की बढ़ी हुई कीमतें लाई आंखों में आंसू, रसोई के तड़के का स्वाद बिगड़ा

punjabkesari.in Tuesday, Sep 24, 2019 - 03:09 PM (IST)

शेरपुर(अनीश): प्याज की कीमतों में भारी उछाल ने आम लोगों पर महंगाई का ओर भार डाल दिया है। प्रतिदिन प्रयोग किए जाने वाले प्याज की कीमतें आसमानी छू रही हैं। मोदी सरकार के राज्य में आम घरों में प्याज के बढ़ रहे मूल्यों ने जहां रसोई के तड़के का स्वाद बिगाड़ दिया है वहीं आम आदमी के सलाद में से प्याज गायब हो गया है। त्यौहारों के कारण ओर दाम बढऩे के आसार हैं और दीवाली तक प्याज सैंकड़ा लगा सकता है। 

प्याज की कीमतों में हुई वृद्धि ने जमाखोरों व मुनाफाखारों की चांदी बना दी जबकि आम लोगों की आंखों में आंसू बह रहे हैं। केंद्र व राज्य सरकार प्याजों की कीमतों व महंगाई को कंट्रोल करने में असफल साबित हो रही है। प्याज के व्यापारियों ने बताया कि प्याज की त्यौहारों के कारण मांग ज्यादा है और इस कारण ही कीमतों में वृद्धि हो रही है। उन्होंने कहा कि नासिक का प्याज 45 सौ रूपए व राजस्थान का 43 सौ रूपए क्विंटल मंडी में बिक रहा है जबकि बाहर प्रचून में यह प्याज 55 से 60 रूपए किलो बिक रहा है। जानकारी अनुसार बारिश के कारण प्याज खराब होने के कारण बाहरी राज्यों से प्याज कम आ रहा है। 

मंडियों में नासिब, अलवर और मध्यप्रदेश से आए हुए प्याज के पुराने स्टॉक हैं। महाराष्ट्र और राजस्थान से प्याज की नई खेप नवम्बर महीने तक आने की संभावना है। इस कारण करीब 2-3 महीने प्याज की कीमतों में कमी के आसार नहीं दिख रहे। त्यौहारों के मद्देनजर प्याज की मांग बढ़ रही है परंतु कर्नाटक, मध्यप्रदेश, आंध्राप्रदेश से प्याज की आमद कम हो रही है। प्याज के मुल्य चार वर्ष में पहली बार इस तरह की ऊंचाई को छू रहे हैं। इससे पहले वर्ष 2015 में प्याज के मूल्य में सबसे ज्यादा वृद्धि दर्ज की गई थी। पिछले 7 दिन अंदर भाव में ज्यादा उछाल आया है। प्याज की कीमतों में वृद्धि के कारण इसकी पूर्ति में कमी बताई जा रही है।
 

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