प्रिंटर्स की मेहनत की वजह से बिजनैस बढ़ रहा आगे: पद्मश्री विजय चोपड़ा

punjabkesari.in Sunday, Mar 24, 2019 - 08:42 AM (IST)

चंडीगढ़ (राजिंद्र शर्मा) : प्रिंटर्स की मेहनत की वजह से बिजनैस आगे बढ़ रहा है और प्रिंट लाइन की इस तरक्की को देखकर अच्छा लगता है। यह अच्छी बात है कि नौजवान इस लाइन में आगे आ रहे हैं और इसे और उंचाइयों पर पहुंचाने का बीड़ा उठा रहे हैं। यही कारण है कि विदेशों में भी प्रिंटर्स का काम पहुंच रहा है, क्योंकि यहां प्रिंट हुई किताबें विदेशों में पढ़ी जा रही हैं। यह बात शनिवार को पंजाब केसरी ग्रुप के प्रधान संपादक पद्मश्री विजय चोपड़ा जी ने जीरकपुर में आयोजित ऑफसैट प्रिंटर्स एसोसिएशन लुधियाना और जालंधर प्रिंटर्स एसोसिएशन द्वारा आयोजित 244 जी.सी. मीटिंग को संबोधित करते हुए कही। 

इस मौके पर ऑल इंडिया फैडरेशन ऑफ मास्टर प्रिंटर्स के पदाधिकारी और देशभर से आए अन्य प्रिंटर्स भी मौजूद थे। उस वक्त की याद आ गई, जब केवल 4 शहरों में ही मीटिंग हुआ करती थी। पद्मश्री विजय चोपड़ा जी ने कहा कि देशभर से आए प्रिंटर्स को देखकर उस वक्त की उन्हें याद आ रही है, जब केवल चार शहरों दिल्ली, मुंबई, मद्रास और कोलकाता में ही सिर्फ मीटिंग हुआ करती थी। तब छोटे शहरों में मीटिंगें नहीं हुआ करती थीं। यही कारण है कि वह हर मीटिंग में मुद्दा उठाते थे कि छोटे शहरों में भी मीटिंग बुलाई जाए। मुंबई के एक साथी उनकी इस बात का समर्थन करते थे। जब वह प्रधान बने तो उनसे यहां भी मीटिंग आयोजित करने का मुद्दा उठाया, जिसके बाद ही चंडीगढ़, जालंधर में दो और लुधियाना में भी मीटिंगें हुईं। तब उनकी मीटिंग में अडवानी जी भी ने हिस्सा लिया था।

उन्होंने कहा कि प्रिंट लाइन तरक्की कर रही है और यह सिर्फ प्रिंटर्स की कड़ी मेहनत का ही नतीजा है, जबकि सरकार का इसमें कुछ खास सहयोग नहीं है। यही कारण है कि सरकार को भी इस दिशा में कदम उठाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय डिजीटल का है, नौजवानों को और आगे बढ़कर इस लाइन में आना चाहिए। वहीं फैडरेशन के महासचिव के. राजेंद्रन ने कहा कि ऐसी मीटिंगें बहुत जरूरी हैं, क्योंकि दो लाख से ऊपर प्रिंटर्स उनके साथ जुड़े हुए हैं। ये सभी प्रिंटर्स नई सोच के साथ आगे बढ़ रहे हैं और विचारों का आदान-प्रदान भी हो रहा है। यही कारण है कि फैडरेशन बनने के बाद लगातार वह मीटिंगें कर रहे हैं, ताकि प्रिंटर्स की जरूरतों का भी पता चल सके। 

आखिर में मानना पड़ा
श्री विजय चोपड़ा जी ने कहा कि वह लाहौर से आए थे और वहां भी उनका प्रैस का ही बिजनैस था। यही कारण है कि उनके बेटे उन पर एसोसिएशन का प्रैजीडैंट बनने के लिए दबाव बनाते रहे, जबकि वह इसके लिए तैयार नहीं थे। आखिरकार उन्हें बात माननी पड़ी और वह एसोसिएशन के सर्वसम्मति से प्रैजीडैंट बने। ऐसा शायद पहली बार हुआ था कि सर्वसम्मति से ही उन्हें प्रैजीडैंट चुना गया, जिसके बाद ही उन्होंने अन्य पदाधिकारियों की नियुक्ति की और प्रिंटर्स के लिए जमकर काम किया। उन्होंने उम्मीद जताई कि फैडरेशन आगे भी और बढिय़ा काम करती रहेगी।

सोशल मीडिया का थोड़ा बहुत प्रभाव जरूर
फैडरेशन के प्रैजीडैंट रविंदर जोशी ने फैडरेशन की कार्यप्रणाली के बारे में बताया और अब तक देशभर में हुए अलग-अलग कार्यक्रमों के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रिंटिंग का महत्वपूर्ण योगदान है, क्योंकि इसने पूरी दुनियाभर में कम्युनिकेशन सिस्टम को मजबूत किया है और इसी को आगे बढ़ाने के लिए हम सभी इकट्ठे हुए। उन्होंने सोशल मीडिया के प्रिंटिंग लाइन के प्रभाव पर कहा कि थोड़ा बहुत प्रभाव जरूर होगा लेकिन पिछले तीन साल का जो सर्वे रहा है, उसमें यही सामने आया है कि प्रिंटिंग क्षेत्र में करीब 14 प्रतिशत की ग्रोथ हुई है, जोकि उनके लिए अच्छी खबर है।

शहीद-ए-आजम को दी श्रद्धांजलि
फैडरेशन के सभी पदाधिकारियों ने शहीद-ए-आजम भगत सिंह की वेशभूषा में आकर मीटिंग में हिस्सा लिया और उन्हें श्रद्धांजलि दी। पदाधिकारियों ने कहा कि वह गर्व महसूस कर रहे हैं कि उनकी वेशभूषा में वह मीटिंग में हिस्सा ले रहे हैं और उन्हें फैडरेशन में भी पिं्रटर्स के लिए काम करने पर ऐसा ही गर्व महसूस होता है। ऑफसैट पिं्रटर्स एसोसिएशन के महासचिव कमल चोपड़ा ने कहा कि वह लगातार ऐसी मीटिंगों का आयोजन कर रहे हैं, ताकि पिं्रटर्स को अपनी राय रखने के लिए मंच मिल सके और वह इस लाइन में और आगे बढ़ सकें। 

Anjna