बच्चों में मोबाइल फोन का बढ़ता क्रेज भविष्य में ला सकता है भयानक परिणाम

punjabkesari.in Monday, Mar 16, 2020 - 10:22 AM (IST)

श्री मुक्तसर साहिब(तनेजा,खुराना): मॉडर्न दौर में तेजी से बढ़ी मोबाइल फोनों की मांग ने जहां पॉजीटिव परिणाम दिए हैं, वहीं लोगों, ज्यादातर बच्चों के लिए मोबाइल फोन आज खतरे की घंटी बन गए हैं। आज देश के करीब सभी बच्चे मोबाइल फोन का प्रयोग कर रहे हैं जिस कारण बच्चों को छोटी आयु से ही मानसिक परेशानी के साथ-साथ दिमाग व आंखों की बीमारियां अपनी चपेट में ले रही हैं। घरों में बच्चों के हाथों में मोबाइल फोन आम देखे जा सकते हैं जो सारा दिन मोबाइल फोन पर वीडियो गेम्स खेल अथवा सोशल साइटों पर अपना समय गुजारते हैं।

देश के ज्यादातर बच्चों की आंखों की रोशनी मोबाइल फोन के अधिक प्रयोग के कारण कम हो रही है जबकि स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को देखने के लिए चश्मों का सहारा लेना पड़ रहा है। यदि देखा जाए तो आज एंड्रॉयड फोन पर कई तरह की सोशल साइटें चल रही हैं जिनका प्रयोग बच्चों द्वारा अधिक किया जा रहा है जिसके भयानक परिणाम सामने आ रहे हैं। 

खेलों से दूर हुए बच्चे, वीडियो गेम्स का बढ़ा क्रेज
बच्चों में मोबाइल फोन्स का बढ़ा क्रेज इस हद तक नुक्सानदेह होता जा रहा है कि आज के बच्चे शारीरिक खेलों को ज्यादा तरजीह नहीं दे रहे हैं। नतीजतन हमारे समाज में मिलकर खेली जाने वाली गेम्स भी खत्म होती जा रही हैं जिसका कारण सिर्फ और सिर्फ मोबाइल फोन्स को ही माना जा रहा है, क्योंकि बच्चे मोबाइल फोन्स पर 3-डी गेम्स बड़े मजे से खेलते हैं जिस कारण उनका विकास उम्र के हिसाब से नहीं हो पाता। कुल मिलाकर आज के बच्चों में वीडियो गेम्स का बढ़ता क्रेज भविष्य में संकट पैदा कर सकता है।

मनुष्य को अपनों से दूर कर रहा मोबाइल 
बढ़ती मोबाइल फोन्स की मांग ने आज मनुष्य को अपनों से दूर कर दिया है जोकि बेहद चिंता का विषय है। किसी समय घरों में शाम के वक्त बच्चे अपनी दादी व अन्य सदस्यों के साथ मिलकर समय गुजारा करते थे जबकि आज के टैक्नोलॉजी भरे जमाने में आए बदलाव के चलते न केवल बड़े बल्कि बच्चे अपनों से दूरी बना रहे हैं। उनका ज्यादातर समय मोबाइल फोन्स पर उंगलियां मारते हुए ही बीत जाता है। देखा जाए तो आज के मॉडर्न युग में बच्चों के हाथों में मोबाइल फोन रिश्तों में दरारें पैदा कर रहा है।

आंखों की माहिर डा. बलजीत कौर ने बताया कि आज बच्चों में मोबाइल फोन्स का प्रयोग चिंता का विषय है जिस कारण बच्चे छोटी आयु में ही दिमाग व आंखों की बीमारियों से पीड़ित हो रहे हैं। परिजनों को भी चाहिए कि वे अपने बच्चों द्वारा मोबाइल फोन्स के प्रयोग पर कंट्रोल करें। मोबाइल फोन्स का ज्यादा प्रयोग जहां बच्चों की पढ़ाई में बाधा बन रहा है, वहीं बच्चों को गंभीर बीमारियां भी दे रहा है।

Edited By

Sunita sarangal