COVID-19 की जांच में मदद करेगी इन्फ्रारैड विजन प्रणाली, 2 सैकेंड में देगी रिपोर्ट

punjabkesari.in Saturday, Apr 25, 2020 - 09:53 AM (IST)

रूपनगर (विजय): आई.आई.टी. रूपनगर ने कोविड 19 से संक्रमित संदिग्धों की संभावित पहचान के लिए इन्फ्रारेड विजन प्रणाली विकसित की है जो बुखार, थकान, सांस की तकलीफ, बहती नाक जैसे विकसित लक्षणों के साथ (कोविड19) संदिग्धों की सुरक्षित, तेज और दूरदराज से ही जांचने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। । डब्ल्यू.एच.ओ. की रिपोर्ट के अनुसार कोविड-19 एक श्वसन रोग है और इसमें बुखार, थकान, सांस लेने में कठिनाई व नाक बहने जैसे लक्षण शामिल हैं।

आई.आई.टी. रूपनगर ने मानव चेहरे पर इन्फ्रारेड रेडिएशन की निगरानी के लिए प्रोटोटाइप रिमोर्ट युक्त तापमान जांचने का यंत्र विकसित किया जिसमें अवरक्त दृष्टि प्रणाली 160*120 पिक्सल रैजॉल्यूशन व 70 एम.के. की संवेदनशीलता के साथ तापमान की विस्तृत श्रृंखला को मापा जाता है। भारतीय प्रोद्योगिकी संस्था रूपनगर के शोधकर्ताओंकी टीम में इलैक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के एसोसिएट प्रोफैसर डा. रवि बाबू मुलावेसाला, डा. विनीता अरोड़ा, एस.एस. ऑटोमेशन प्रा.लि. बेंगलुरु के एम.एस. सुरेश व उनकी टीम के साथ मिलकर इन्फ्रारेड विजन प्रणाली को विकसित किया। उन्होंने बताया कि इन्फ्रारेड दृष्टि प्रणाली पोर्टेबल, कि फायती और  सुरक्षित है, जो भीड़भाड़ वाले स्थानों पर मानव हस्तक्षेप के बिना संदिग्धों का पता लगाने की स्वर्ण निर्णय लेने की क्षमता के साथ रिपोर्ट स्क्रीनिंग जैसी क्षमताओं से लैस है।

उन्होंने बताया कि रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट, बस स्टैंड, सिनेमा हाल, शापिंग मॉल आदि भीड़भाड़ वाले स्थानों के गेट के प्रवेश द्वार पर रिमोट चालित यंत्र लगाया जाएगा। यह यंत्र प्रत्येक व्यक्ति के चेहरे का अवरक्त छवि लेने के उपरांत 2 सैकेंड में व्यक्ति की छवि दिखाते हुए संक्रमित, संदिग्ध या तंदुरुस्त होने की जानकारी देगा। इस जानकारी को बिना तार से सैंट्रल डैस्कटॉप से जोड़ा जा सकता है और इससे अधिकारियों को संक्रमित व्यक्तियों के बारे में पता चलने में मदद मिल सकती है।


 

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