कोरोना की आड़ में यात्रियों से हो रहा दुर्व्यवहार, नेगेटिव रिपोर्ट के बाद भी कर रहे परेशान

punjabkesari.in Sunday, Dec 27, 2020 - 10:43 AM (IST)

जालंधर (विनीत): महानगर के उद्योगपति राजेश मेयर ने लंदन से भारत लौटी अपनी ब्रिटिश सिटीजन बेटी चाहत मेयर के साथ एयरपोर्ट अथॉरिटी के अधिकारियों द्वारा किए गए दुव्र्यवहार की कड़ी निंदा की है। 

उन्होंने आरोप लगाया कि कोविड-19 की आड़ में एयरपोर्ट अथॉरिटी के अधिकारी यात्रियों के साथ धक्केशाही कर उन्हें परेशान कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी 22 दिसम्बर को लंदन से नई दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनैशनल एयरपोर्ट पर जब पहुंची तो उसी फ्लाइट में एक यात्री की रिपोर्ट कोविड-19 पॉजिटिव पाई गई, जिसके पश्चात अधिकारियों ने उस कोविड-19 पॉजिटिव यात्री की सीट के अगली 3 व पिछली 3 सीटों के सभी 24 यात्रियों को हिरासत में ले लिया, जिनमें उनकी बेटी भी शामिल थी। इसके पश्चात हिरासत में लिए गए यात्रियों को लगभग 24 घंटे तक न तो बैठने, न ही पीने को पानी दिया और न ही शौचालय जाने दिया जिस कारण यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।

रिपोर्ट नैगेटिव आने पर भी नहीं जाने दिया घर
उन्होंने बताया कि उन सभी यात्रियों को दिल्ली के सिविल अस्पताल में जिस बस से ले जाया गया, उसमें सफाई व्यवस्था का बुरा हाल था और सोशल डिस्टैंसिंग तो संभव ही नहीं थी। हिरासत में लिए गए सभी यात्रियों की रिपोर्ट नैगेटिव आई तो भी उन्हें घर जाने की अनुमति नहीं दी और वहां पर मौजूद एक तथाकथित नेता ने इन पर रौब झाडऩा शुरू कर दिया। बताया जाता है कि कोविड-19 टैस्ट के लिए सभी यात्रियों से लिए गए 3400 रुपए में से उन्हें केवल 800 रुपए की रसीद दी गई और बाकी का पैसा लाऊंज में बैठने में एडजस्ट कर दिया। इतनी लूट-खसूट के बाद तथा कोविड-19 नैगेटिव होने के बाद भी मेयर की बेटी चाहत मेयर को अपने घर जाने नहीं जाने दिया गया और उसे क्वारंटाइन होने के लिए कहा गया। तब मेयर ने उसे अपने खर्च पर दिल्ली के एक होटल में क्वारंटाइन करवा दिया। 

यात्रियों से हुए दुव्र्यवहार की जांच हो
इस पर उद्योगपति मेयर ने मांग की कि उनकी ब्रिटिश सिटीजन बेटी सहित अन्य 24 यात्रियों के साथ दिल्ली एयरपोर्ट पर हुए दुव्र्यवहार की जांच कर यात्रियों को घर जाने की अनुमति दी जाए। 

उन्होंने इस मामले में कानूनी कार्रवाई करने के लिए कोर्ट जाने का भी निर्णय किया है, क्योंकि जिन लोगों के साथ सम्पर्क में कोविड-19 पॉजिटिव व्यक्ति सीधे तौर पर पर जुड़ा था, उनका न तो कोई टैस्ट किया गया और न ही उन्हें हिरासत में लिया गया।

Tania pathak