IPL 2018: इंटरनैट बंद रहने से बुकियों की कमाई को लगा झटका

punjabkesari.in Tuesday, Apr 17, 2018 - 10:21 AM (IST)

जालंधर (रविंदर): कुछ दिन की शिफ्टिंग के बाद अब दोबारा से बुकियों ने शहर में अपने पांव पसार लिए हैं। पुलिस का ध्यान हटते ही हिमाचल की वादियों से बुकी वापस लौट आए हैं और धंधे को दोबारा खड़ा कर रहे हैं। हालांकि पिछले 48 घंटे से इंटरनेट बंद होने के कारण बुकियों की कमार्ई को खासा झटका लगा है। इंटरनेट न चलने से आई.पी.एल. सट्टा लगाने में खासी परेशानी हो रही है, वहीं दूसरी तरफ पुलिस की सख्ती के कारण बुकियों ने अब अपने खेल का पासा कुछ बदल दिया है।
 

धंधे से जुड़ी बड़ी मछलियां अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर
एक तरफ जहां पहले शहर में खुलेआम अलग-अलग जगह से आई.पी.एल. की बुक चलाई जा रही थी, वहीं अब बुकियों ने पुलिस को गच्चा देने के लिए शहर के बाहर गांवों में बड़ी-बड़ी कोठियां किराए पर लेकर अपने धंधे को पसार लिया है। कुल मिलाकर पुलिस के साथ बुकियों का खेल तू डाल-डाल, मैं पात-पात वाला चल रहा है और कानून की आंखों में धूल झोंक रोजाना करोड़ों के वारे-न्यारे किए जा रहे हैं। आई.पी.एल. मैच पर सट्टा खिलाने वाले कुछ आरोपियों को पुलिस ने कुछ दिन पहले मखदूमपुरा से गिरफ्तार किया था। हालांकि इस धंधे से जुड़ी बड़ी मछलियां अभी तक पुलिस की गिरफ्त में नहीं आ सकी हैं। पुलिस की छापामारी के बाद बुकियों ने इस धंधे को कुछ दिनों के लिए हिमाचल की वादियों में शिफ्ट कर लिया था मगर पुलिस के ढीला पड़ते ही यह बुकी दोबारा अपनी दुकान सजाने वापस आ गए हैं। मगर अब शहर की बजाय इन लोगों ने आसपास के गांवों का रुख कर लिया है, ताकि पुलिस को इसकी भनक न लग सके और पुलिस मुखबिर भी उन तक न पहुंच सके।
 

बुकियों के हौसले एक बार फिर से हुए  बुलंद
बुकियों का खुद मानना है कि इस धंधे से जुड़े कुछ पंटर ही अपना बदला लेने के लिए पुलिस को बुक की सूचना देते हैं। पुलिस के साथ-साथ अब खुफिया एजैंसियां भी इनके ठिकाने खंगालने में जुट गई हैं। फिलहाल शहर में जहां-जहां पुलिस को शक था कि यहां से आई.पी.एल. पर सट्टा खिलाया जा रहा है, वहां-वहां सादी वर्दी में पुलिस का जाल बिछाया जा चुका है। मखदूमपुरा से गिरफ्तार आरोपी अब कानून के शिकंजे से बाहर आ चुके हैं जिस तरह से धारा-420 लगने के बाद भी उनकी जमानत आसानी से हो गई है, उससे उनके हौसले एक बार फिर से बुलंद हो गए हैं और पुलिस की प्रोसीक्यूशन पर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। पुलिस कमिश्रर पी.के. सिन्हा ने सभी ए.सी.पी. को निर्देश दिए हैं कि वह सट्टेबाजों पर खास नजर रखें। इसके लिए शहर में चल रही बुकियों की हर लाइन व हर हरकत पर नजर रखी जाए। पुलिस ने अपने मुखबिर भी चारों ओर फैला दिए हैं। पुलिस की प्रारंभिक जांच में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि महानगर में सट्टे के इस धंधे से कई राजनीतिज्ञों के नाम भी जुड़े हुए हैं क्योंकि इस धंधे से कमाई बेहद ’यादा है तो राजनीति से जुड़े कई बड़ों नामों ने आगे अपने गुर्गों को यह काम बांट रखा है। अब देखना होगा कि कानून के लंबे हाथ कब तक बड़े नामों पर पहुंच पाते हैं।

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