ईराक से ताबूत में लौटे थे 38 भारतीय,पंजाबी बेरोजगारों के लिए अब भी पसंदीदा स्थान

punjabkesari.in Monday, Apr 16, 2018 - 12:18 PM (IST)

चंडीगढ़  (प.स.): बेहतर जिंदगी की तलाश में विदेश जाने वाले लोगों के अवशेष ताबूतों में बंद होकर लौटे लेकिन ईराक में भारतीय श्रमिकों की मौत के बावजूद पंजाब के हजारों बेरोजगार लोग युद्धग्रस्त क्षेत्र में नौकरी की उम्मीद करते हैं। ईराक अब भी पंजाब के बेरोजगार युवकों के लिए पसंदीदा स्थान है और खासकर ये लोग अवैध माध्यम से विदेश जाना चाहते हैं। ईराक जाने और आई.एस.आई.एस. के संदिग्ध आतंकवादियों द्वारा मारे जाने वाले 39 श्रमिकों में से 27 पंजाब के थे।


ट्रैवल एजैंटों ने यहां बताया कि लोग अब भी नौकरी के लिए ईराक जैसे स्थानों पर जाने की योजना बनाते हैं जबकि ऐसे स्थानों पर जीवन को खतरा बना रहता है। उन्होंने बताया कि कई लोग बिना यात्रा दस्तावेज के जाते हैं। पंजाब ट्रैवल एजैंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष कुलजीत सिंह हायर ने कहा कि अवैध रूप से ईराक जाने में लोगों का सहयोग करने वाले ट्रैवल एजैंटों का कोई निश्चित आंकड़ा नहीं है लेकिन इस उद्योग के विशेषज्ञ बताते हैं कि हजारों अवैध ऑप्रेटर हो सकते हैं।

Sonia Goswami