र्इराक मामलाः पति का शव देख हुई बेहोश हुर्इ पत्नी, सदमे में बच्चे

punjabkesari.in Tuesday, Apr 03, 2018 - 12:15 PM (IST)

लुधियाना (अनिल): ईराक के मौसूल शहर में मारे गए 38 भारतीयों के अवशेष आज अमृतसर एयरपोर्ट पर पहुंच गए, जिनमें से विधानसभा हलका साहनेवाल के अधीन आते गांव सेलकियाना का रहने वाला बलवीर चंद भी शामिल था। बलवीर चंद के अवशेष लेने उसका भाई शिंदरपाल सिंह, हरि पाल व उसका बेटा हंसराज जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ अमृतसर पहुंचे। करीब 5 बजे बलबीर चंद के अवशेष उसके परिजनों के हवाले किए गए और करीब रात सवा 8 बजे मृतक के अवशेष उसके गांव सेलकियाना पहुंचे।



चीख पुकार से माहौल हुआ गमगीन
इस दौरान जिला प्रशासन के अधिकारी एस.डी.एम. अमरजीत बैंस, ए.डी.सी.पी. राजबीर सिंह, ए.सी.पी. हरकमल कौर हाजिर थे। जैसे ही मृतक के अवशेष का ताबूत उसके घर पहुंचा तो मौके पर मौजूद हर व्यक्ति की आंखों से आंसू बहने लगे और सारा वातारण चीख-पुकार से गममीन हो गया। मृतक की पत्नी बबली, बेटा हंसराज, बेटियां कमलजीत कौर, अमनदीप कौर परमजीत कौर व रिश्तेदार बलवीर चंद को आंख भर कर देखने को उतावले हो रहे थे लेकिन जिला प्रशासन द्वारा ताबूत को खोलने की इजाजत नहीं थी। 20 मिनट तक मृतक का ताबूत उसके घर में रखा गया और सभी रस्में करने के बाद मृतक के अंतिम संस्कार के लिए श्मशानघाट में ले जाया गया। यहां पर करीब रात्रि 9 बजे बलवीर चंद के अवशेषों को मुख्यागनी उसके बेटे हंसराज ने दी। मृतक की पत्नी बबली अपने पति बलवीर चंद के अवशेष देखकर बेसुध, जबकि दूसरी तरफ बच्चे भी गहरे सदमे में थे।


मौसूल में की गर्इ थी 39 भारतीयों हत्या
गौरतलब है कि वर्ष 2011 में अपने परिवार का पालन-पोषण करने के लिए बलवीर चंद ईराक में काम करने गया था, वहीं बलवीर चंद ने अपने परिवार को बताया कि उसे व उसके कुछ साथियों को यहां आई.एस.आई. ने बंदी बना लिया है। उसके बाद बलवीर चंद का संपर्क परिवार के साथ दोबारा नहीं हो सका और पिछले दिनों भारत सरकार ने सूचना दी कि मौसूल में 39 भारतीयों की हत्या कर दी गई थी, जिसके अवशेष ही मिले हैं और फिर सरकार द्वारा प्रत्येक अवशेषों की पहचान करने के लिए ईराक में लापता हुए भारतीयों के परिवारों का डी.एन.ए. टैस्ट करके अवशेषों की पहचान की गई।

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