पंजाब में एक बार फिर से हमले की फिराक में ISI, सर्च ऑपरेशन जारी

punjabkesari.in Friday, Dec 18, 2020 - 12:16 PM (IST)

अमृतसर(नीरज): गुरदासपुर व पठानकोट पर लगातार दो बार आतंकी हमला होने के बाद पंजाब की सैनिक छावनियों पर आतंकी हमलों का अलर्ट तो काफी समय से चल रहा है, वहीं बुधवार को बी.ओ.पी. राजाताल में बी.एस.एफ. की तरफ से मारे गए दो घुसपैठियों के मामले ने सुरक्षा एजैंसियों को चिंता में डाल दिया है।
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जिस प्रकार से दोनों पाकिस्तानी घुसपैठिये आधुनिक हथियारों व असले के साथ बार्डर फैसिंग पर मारे गए हैं, उनके बारे में ड्रोन व घुसपैठियों का इंटरलिंक भी एक ऐंगल हो सकता है यह भी माना जा सकता है कि दोनों घुसपैठिये हैरोइन या फिर हथियारों की कोई बड़ी खेप दबाने के प्रयास में थे, क्योंकि आमतौर पर बार्डर फैंसिंग के दूसरे तरफ पाकिस्तान व भारतीय क्षेत्र में जहां किसान खेती करने के लिए जाते हैं, वहां कुछ खास स्थानों ट्यूबवैल, पेड़ या किसी अन्य लैंडिंग प्वाइंट पर ही खेप को दबाया जाता है। फिलहाल सुरक्षा एजैंसियां सभी प्रकार के ऐंगल से इस केस को खंगाल रही हैं और बी.ओ.पी. राजाताल के इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। पंजाब में जम्मू-कश्मीर के आतंकियों की घुसपैठ की पुष्टि होने के बाद यह साबित हो चुका है कि पाकिस्तान की खुफिया एजैंसी आई.एस.आई. पंजाब में एक बार फिर से जहां तीसरे हमले की फिराक में है, वहीं धार्मिक कट्टरता की आड़ में पंजाब का माहौल भी खराब करना चाहती है। इसके लिए तरनतारन व फिरोजपुर के साथ अमृतसर जिले का रावी दरिया से सटा सीमावर्ती इलाका भी चुना गया है। पिछले सप्ताह इसी इलाके में ड्रोन देखे जाने की भी चर्चा थी और आतंकी घुसपैठ भी सुरक्षा एजैंसियों के लिए एक ऐंगल है। 
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कोहरे की आड़ में वार्डर पर गतिविधियां तेज
सर्दी का मौसम है और इस बार सर्दी भी रिकार्ड तोड़ रही है और शहरी इलाकों के साथ-साथ बार्डर फैंसिंग के खुले इलाके में घना कोहरा पड़ता है, जिसकी आड़ पाकिस्तान तस्कर व आतंकवादी लेते हैं और इन दिनों में अपने गतिविधियों को तेज कर देते हैं। सर्दी के इस सीजन में बी.एस.एफ. की तरफ से भी संवेदनशील इलाकों में पैनी नजर रखी जाती है और नफरी बढ़ा दी जाती है। कोहरे के कारण बार्डर के इलाके में इन दिनों विजीबिल्टी 40 मीटर से भी कम हो जाती है और दूर से आने वाले किसी संदिग्ध व्यक्ति को नंगी आंखों से देख पाना आसान नहीं होता है हालांकि बी.एस.एफ. जवानों के पास आधुनिक उपकरण हैं, जिनसे कोहरे में भी देखा जा सकता है। 

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पाक रेंजर्स ने मांगी मारे गए घुसपैठियों की आई.डी.
पाकिस्तान रेंजर्स ने बी.एस.एफ. के साथ होने वाली फ्लैग मीटिंग में जहां घुसपैठियों को अपना नागरिक मानने से इन्कार कर दिया है तो वहीं घुसपैठियों की आई.डी. मांगी है, ताकि यह साबित हो सके कि घुसपैठिये पाकिस्तानी हैं या फिर कोई अन्य हैं। इस वार्तालाप में भी पाकिस्तान की साजिश साफ नजर आ रही है, क्योंकि आमतौर पर पाकिस्तान रेंजर्स तस्करों व आतंकवादियों को शरण देती है और संभवत मारे गए घुसपैठिये पाकिस्तान रेंजर्स की मिलीभगत के साथ ही भारतीय सीमा की तरफ घुसने का प्रयास कर रहे थे।

एक पर्ची, जिसमें लिखा है मुकद्दमा नंबर
बी.एस.एफ. की तरफ से मारे गए घुसपैठियों से किसी प्रकार की आईडी तो नहीं मिली है, लेकिन उनके कब्जे से एक छोटी पर्ची जरुर मिली है और उस पर मुकदमा नंबर लिखा हुआ है संभवत यह भी कोई आतंकी या तस्करी का कोई कोड हो, जिसको सुरक्षा एजैंसियों की तरफ से खंगाला जा रहा है। इसके अलावा घुसपैठियों से 30 रुपए की पाकिस्तानी करंसी भी मिली है और यह भी एक कोड हो सकता है, जिसको खंगाला जा रहा है।  


कॉमरेड बलविन्द्र सिंह हत्याकांड में भी आतंकी साजिश का ऐंगल
हाल ही में तरनतारन के भिखिविंड इलाके में शौर्य चक्कर विजेता कॉमरेड बलविन्द्र सिंह हत्याकांड में भी आतंकी साजिश का एक ऐंगल भी सुरक्षा एजैंसियों की तरफ से देखा जा रहा है और बलविन्द्र सिंह का परिवार भी आतंकी साजिश की ही बात कह रहा है। इसी इलाके में ड्रोन के जरिए हथियारों की एक बड़ी खेप भी पकड़ी जा चुकी है, जिसकी एन.आई.ए. की तरफ से अभी तक जांच जारी है।

हैरोइन तस्कर नहीं मंगवाते हैं हथियारों की खेप
आमतौर पर भारत-पाकिस्तान से सटी पंजाब के 553 किलोमीटर लंबे बार्डर पर बहुत कम मामले ऐसे सामने आए हैं, जब हैरोइन तस्कर किसी हथियारों का जखीरा मंगवाएं तो आम तौर पर हैरोइन तस्कर केवल हैरोइन की खेप ही पाकिस्तान से मंगवाते हैं। हां इक्का-दुक्का विदेशी पिस्टल जरुर हैरोइन की खेप के साथ लाते पकड़े जा चुके हैं, लेकिन ऐ.के.-56 व जिन्दा कारतूस पकड़े जाना संशय पैदा कर रहा है।


सैनिक छावनियों व ठिकानों पर लगाई जा चुकी हैं कंटीली तारें
केन्द्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से चेतावनी दिए जाने के बाद बी.एस.एफ. के साथ-साथ सेना भी पूरी तरह से अलर्ट है हाल ही में बी.एस.एफ. की तरफ से पंजाब की संवेदनशील बी.ओ.पीज पर नफरी को बढ़ाया गया है और कई अतिरिक्त बटालियनें तैनात की गई है। कोरोना काल में पाकिस्तानी समझौता एक्सप्रैस, मालगाड़ी व जम्मू-कश्मीर का बार्टर ट्रेड बंद होने के बाद जमीनी रास्ते से हैरोइन की तस्करी भी दौगुना से ’यादा हुई है। सैनिक छावनियों व सैनिक ठिकानों के चारो तरफ भी सेना की तरफ से जब्रदस्त सुरक्षा चक्र बनाया गया है। सैनिक ठिकानों के आस-पास ऊंची-ऊंची कंटीली तारें व सी.सी.टी.वी. कैमरा लगाए गए हैं, जिनको आतंकवादी आसानी से भेद नहीं सकते हैं। पठानकोट ऐयरबेस पर हमला होने के बाद सैनिक ठिकानों के अलावा पुलिस थानों तक में रात दिन संतरियों की तैनाती की जा रही है। इसके अलावा शहर के मुख्य चौराहों पर मोर्चाबंदी भी की गई है, ताकि किसी भी प्रकार के हमले से निपटा जा सके। 


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