ISI पंजाब में एक्टिव कर रही अपने ‘स्लीपर सैल’

punjabkesari.in Saturday, Nov 24, 2018 - 08:49 AM (IST)

अमृतसर(संजीव): पाकिस्तान की खुफिया एजैंसी आई.एस.आई. पंजाब के सीमा क्षेत्रों में अपने स्लीपर सैल एक्टिव कर रही है। इन्हें राज्य में गड़बड़ी फैलाने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।  अमृतसर राजासांसी के गांव अदलीवाल स्थित निरंकारी भवन में सत्संग दौरान हुआ ग्रेनेड हमला भी कहीं इसी का एक हिस्सा  तो नहीं था, जिसमें गिरफ्तार किए गए बिक्रमजीत सिंह व फरार चल रहे उसके साथी अवतार सिंह को पाकिस्तान में बैठे खालिस्तानी समर्थकों ने गुमराह कर इस वारदात के लिए तैयार  किया हो। आतंकी रैफरैंडम-2020 व धर्म के नाम पर युवाओं को गुमराह कर रहे हैं। 

क्या है रैफरैंडम-2020
विदेशों में बैठे खालिस्तान समर्थक भारतीय सिखों के लिए अलग खालिस्तान की मांग करते हैं। वह विदेशी ताकतों के हस्तक्षेप से पंजाब में गड़बड़ी फैलाना चाहते हैं। सिख फॉर जस्टिस पंजाब में रैफरैंडम-2020 के नाम पर माहौल बिगाडने का प्रयास कर रहा है।  

धर्म के नाम पर युवाओं को किया जा रहा गुमराह

धर्म के नाम पर युवाओं को गुमराह करने वाले आतंकियों का मकसद पंजाब में गड़बड़ी फैलाना व नुक्सान करना है। यह आतंकी ऐसे युवाओं की तालाश में रहते हैं जो सोशल साइटों व फेसबुक से प्रभावित होकर इनसे जुड़ रहे हैं। एक बार जुडने के बाद यह देश विरोध ताकतें उन युवाओं के साथ सम्पर्क साधती हैं और उन्हें अपना मकसद पूरा करने के लिए इस्तेमाल करती हैं। 

पाकिस्तान की खुफिया एजैंसी आई.एस.आई. लगातार युवाओं को पैसों व धर्म के झांसे में लाकर अपने साथ जोड़ रही है और अपना मकसद पूरा होने के बाद उन्हें उन्हीं के हाल पर छोड़ देती है। इसके बाद गुमराह हुए युवक खुद को ठगा-सा महसूस करते हैं। कहीं गिरफ्तार किया गया बिक्रमजीत व उसका साथी अवतार सिंह धर्म के नाम पर तो नहीं आई.एस.आई. के हत्थे चढ़े। यह राज्य की सुरक्षा एजैंसियों के साथ-साथ उच्च पुलिस अधिकारियों के लिए भी एक गंभीर जांच का विषय है।

वीडियो के जरिए दी जाती है हथियारों की सिखलाई
पंजाब में आतंकवादियों के साथ जुड़े युवाओं को हथियारों की सिखलाई देने के लिए सोशल मीडिया पर भेजी जाने वाली वीडियो का इस्तेमाल हो रहा है। गांव अदलीवाल में निरंकारी सत्संग हाल में हुआ ग्रेनेड हमला भी कहीं सिखलाई का यही तरीका तो नहीं था, जिसमें गिरफ्तार किए गए बिक्रमजीत व उसके साथ अवतार सिंह को वारदात करने से पहले भेजी गई हो। अदलीवाल ग्रेनेड हमले का पहलू फरार चल रहे अवतार सिंह की गिरफ्तारी के बाद ही खुलेगा। पुलिस अभी तक गिरफ्तार किए गए बिक्रमजीत सिंह से उस हद तक जानकारियां हासिल नहीं कर पाई जहां तक इस वारदात को अंजाम दिया गया है। 

 

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