जेलों में कोविड से निपटने को रणनीति तैयार, 5479 कैदियों में से 4287 कोरोना नैगेटिव

punjabkesari.in Tuesday, Jul 21, 2020 - 01:00 PM (IST)

चंडीगढ़(रमनजीत): पंजाब के जेल विभाग की ओर से राज्य भर की जेलों में कोरोना संकट के विरुद्ध सुचारू व सुनियोजित ढंग से निपटने के लिए 3 आयामी रणनीति बनाई है। इसमें रोकथाम, स्क्रीङ्क्षनग, जांच और इलाज तथा फैलाव को रोकना शामिल है। राज्य स्तर की निगरानी टीम और जिला स्तरीय निगरानी टीमें पहले ही गठित कर दी गई हैं, जिससे स्थिति की निगरानी की जा सके और जमीनी स्तर पर स्टाफ  और कैदियों को रोजमर्रा के कामों में पेश आ रही मुश्किलों का हल करने में मदद की जा सके। 

प्रवक्ता ने कहा कि 19 जुलाई को तकरीबन 1362 अधिकारियों की जांच की गई। जिनमें से 564 की रिपोर्ट प्राप्त हुई और 7 पॉजीटिव पाए गए और 821 कर्मचारियों की रिपोर्ट अभी आनी बाकी है। पंजाब की जेलों में तकरीबन 70 कैदी पॉजीटिव पाए गए हैं। जेलों में 19 जुलाई से ही कैदियों की रैंडम टेस्टिंग शुरू हो चुकी है। नतीजे के तौर पर 5,479 कैदियों की जांच की जा चुकी है और 4287 कैदियों की रिपोर्ट नैगेटिव आई हैं और बाकी कैदियों की रिपोर्ट का इंतजार है।  सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों की पालना करते हुए, उच्च स्तरीय सिफारिशों के मुताबिक मार्च से अब तक 11,500 कैदियों को पैरोल/अंतरिम जमानत पर रिहा किया गया है। 

इसके अलावा, कोविड का टैस्ट करवाने के बाद ही सभी नए कैदियों को दाखिल करने के लिए 6 विशेष जेल (बङ्क्षठडा, बरनाला, पट्टी, पठानकोट, लुधियाना, महिला जेल लुधियाना) बनाई गई हैं। विशेष जेलों में 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन में रहने के बाद, उनकी दोबारा जांच की जाती है और यदि उनकी रिपोर्ट नैगेटिव आती है तो उनको नियमित जेलों में भेजा जाता है। प्रवक्ता ने बताया कि लुधियाना जेल में बढ़ रहे कोविड मामलों के मद्देनजर जिला जेल संगरूर को खाली कर दिया गया है। जिससे विशेष जेल लुधियाना के सभी कैदियों को 14 दिनों के लिए इस जगह पर क्वारंटाइन किया जा सके। फिर यदि वह तीन बार टैस्ट करने के बाद नेगैटिव पाए जाते हैं तो उनको नियमित जेलों में भेजा जाएगा।

Vaneet